अम्बेडकरनगर: टाण्डा आईसीआईसीआई बैंक लूटकाण्ड के मुख्य अभियुक्तों को अपनी बन्द राइस मिल में शरण देने एवं लूट के धन में हिस्सेदारी लेने वाले युवक को टाण्डा कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
पुलिस अधीक्षक आलोक प्रियदर्शी व अपर पुलिस अधीक्षक अवनीश कुमार मिश्र के निर्देशन में व क्षेत्राधिकारी टाण्डा अमर बहादुर के नेतृत्व में अपराध नियंत्रण एवं अपराधियो की धरपकड़ हेतु चलाये जा रहे अभियान के तहत थाना कोतवाली टाण्डा में दिनांक 27 अगस्त 2019 को कोतवाली टाण्डा के छज्जापुर में हुई बहुचर्चित आई.सी.आई.सी.आई बैंक लूट में वादी विनीत रघुवंशी पुत्र ओमप्रकाश सिंह निवासी विरसिंहपुर सुल्तानपुर की तहरीर पर मुकदमा संख्या 261 / 2019 धारा 394 आईपीसी बनाम अज्ञात पंजीकृत कराया गया था। दौरान विवेचना प्रकाश में आये गिरफ्तार शुदा अभियुक्तगण कादर अनवर शेख व फिरोज खान उर्फ मुन्ना के बयान व टाण्डा आइसोआइसीआई बैंक टाण्डा से प्राप्त सीसीटीवी फुटेज के आधार पर तथा अभियुक्त लईक व कलीम के बयानात के आधार पर बैंक लूट का मुख्य साजिशकर्ता व लुटेरों को पनाह देने वाले अभियुक्त सौखी उर्फ शम्स तबरेज की तलाश में काफी दिन से टाण्डा पुलिस प्रयासरत थी। अभियुक्त शम्स तबरेज उपरोक्त के गिरफ्तारी हेतु प्रयास निरंतर किया जा रहा था कि मुखबिर खास के सूचना के आधार पर अभियुक्त शम्स तबरेज उर्फ सौखी उपरोक्त को रविवार की रात्रि 7:30 बजे कश्मिरिया चौराहे के पास गिरफ्तार किया गया तथा अभियुक्त सौखी के निशानदेही पर ICICI बैंक लूट का उसके हिस्से का बचा हुआ एक लाख 32 हज़ार ( एक लाख बत्तीस हजार रुपया ) बरामद हुआ। सीओ टाण्डा अमर बहादुर व टाण्डा कोतवाली निरीक्षक संजय कुमार पाण्डेय ने संयुक्त रूप से प्रेस कांफ्रेंस कर बताया कि अभियुक्त उपरोक्त को न्यायालय भेजा जा रहा है।
बहरहाल पुलिस के अनुसार टाण्डा आइसोआइसीआई बैंक लूटकाण्ड के बाद शातिर अपराधियों ने सकरवाल गोठ में स्थित बन्द राइस मिल में शरण लिया था जिसमें सौखी उर्फ शम्स तबरेज़ ने मदद किया था और सौखी को एक लाख 80 हज़ार की हिस्सेदारी मिली थी जिसमें से पुलिस ने रक लाख 32 हज़ार नगदी बरामद कर लिया है।