शुक्रवार को जुमा की नमाज़ अदा करने के बाद अकबरपुर व टाण्डा में ईरान के कमांडर जरनल कासिम सुलेमानी को सामूहिक रूप से श्रधांजलि अर्पित कर आक्रोश प्रकट किया गया तथा अमरीका व इजराइल के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर ज्ञापन दिया गया।
जिला मुख्यालय के मीरानपुर में स्थित इमामबाड़ा में हुसैन सोशल फ्रेंट के बैनर पर आक्रोश सभा का आयोजन कर ईरान के जरनल कासिम सुलेमानी को श्रद्धांजलि दी गई जबकि टाण्डा नगर के ताज तिराहा पर स्थित शिया जामा मस्जिद में मजलिस आयोजित करने के बाद बाबा साहेब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा के पास अली मिशन के बैनर पर आक्रोश प्रकट करते हुए अमरीका व इज़राइल के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई तथा विदेश मंत्री को संबोधित ज्ञापन उप जिलाधिकारी महेंद्र पाल सिंह व सीओ अमर बहादुर को सौंपा गया।
अकबरपुर शिया जमा मस्जिद में जमा की नमाज़ के बाद मीरानपुर इमामबाड़े में हुए विरोध प्रदर्शन में काफी भीड़ मौजूद रही। उक्त अवसर पर इंतेज़ार मेंहदी ने कहा कि 2013 में जब इराक के मूसल शहर में भारत की 42 नर्सों को आईएसआईएस ने लिया था तब जरनल कासिम सुलेमानी ने ही भारतीय नर्सों को छुड़वा कर सकुशल भारत भेजा था। विरोध प्रदर्शन का संचालन सोशल फ्रेंट के संयोजक रेहान ज़ैदी में किया तथा गालिब अब्बास, रज़ा अनवर, हसन अब्बास अरबी, अहमद मेंहदी, अली रहबर, यासिर हुसैन, कल्बे आबिद आदि मुख्य रूप से मौजूद रहे जबकि टाण्डा नगर में हुए प्रदर्शन की अध्यक्षता मौलाना सैय्यद महताब हुसैन बलरामपुरी ने किया जबकि अली मिशन अध्यक्ष रईसुल हसन, तजियादार कमेटी के उपाध्यक्ष ताजदार हुसैन, अंजुमन सिपाही हुसैनी के अध्यक्ष साजिद हुसैन, अध्यक्ष अंजुमन अजादारे हुसैनी के अध्यक्ष इसरार हुसैन सहित अधिवक्ता सईद हसन, संजय विचार मंच के पूर्व नगर अध्यक्ष व समाजसेवी संजय खन्ना, यावर हुसैन, फैय्याज हुसैन, सैय्यद रेहान, सलमान, रिजवान, कासान, फैसल आदि मुख्य रूप से मौजूद रहे। दोनों स्थानों पर आक्रोश प्रदर्शन को देखते हुए प्रयाप्त पुलिस बल तैनात किए गए थे हालांकि प्रदर्शन पूरी तरह से शांतिपूर्ण ढंग से हुआ।