बलिया (अखिलेश सैनी) जिला चिकित्सालय में शुरू की गयी नि:शुल्क सी.टी. स्कैन की सुविधा को आठ माह बीत चुके हैं जिसके जरिये कई मरीज इस सुविधा का लाभ उठा चुके हैं। औसत प्रतिदिन 15-20 मरीज सी०टी स्कैन का लाभ ले रहे हैं।
जिला चिकित्सालय के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ बी०पी० सिंह ने बताया कि जिला अस्पताल में शुरू हुई नि:शुल्क सीटी स्कैन की व्यवस्था से मरीजों को व्यक्तिगत तौर पर फायदा हुआ है। पूर्व में ऐसी कोई व्यवस्था न होने पर मरीजों को वाराणसी के बीएचयू मेडिकल कॉलेज भेजा जाता था। लेकिन अब जिले में सीटी स्कैन की व्यवस्था सुचारू रूप से चलना शुरु हुई है ऐसे में यह सुविधा मरीज एवं डॉक्टर दोनों के लिए अच्छी साबित हो रही है। सीटी स्कैन के टेक्नीशियन / इंचार्ज ज्ञान प्रकाश दुबे ने बताया कि इसके लिए उत्तर प्रदेश सरकार एवं राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तत्वावधान में निजी संस्था द्वारा संचालित सी०टी० स्कैन सेन्टर का शुभारंभ पिछले वर्ष जुलाई माह में जिला चिकित्सालय में हुआ था। अभी तक 9765 मरीज सीटी स्कैन की निःशुल्क सुविधा का लाभ उठा चुके हैं। इस सेन्टर का मुख्य उद्देश्य मरीजों को नि:शुल्क सेवा उपलब्ध कराना है। इसके लिए मरीजों को जिला चिकित्सालय में पंजीकरण कराना होगा और जिला चिकित्सालय के चिकित्सक की सलाह पर उनकी नि:शुल्क सी०टी० स्कैन की जांच की जाएँगी जिसके लिए मरीजों को अपने पहचान पत्र की छायाप्रति (आधार कार्ड/वोटर कार्ड/ड्राइविंग लाईसेन्स या कोई अन्य) देनी होगी। जांच की रिपोर्ट 6 घंटे में एवं आकस्मिक स्थितियों में 2 घंटे में उपलब्ध करा दी जाएगी।
यह कहना है लाभार्थियों का: कमजोर वर्ग के लोग जो पैसे के अभाव में इलाज से वंचित रहते थे, उन्हें इसका लाभ मिल रहा है। कुछ मरीज जैसे आदर्श, भुवनेश्वर, शोभा देवी, अली हुसैन से बात करने पर इन लोगों ने बताया पहले बाहर या प्राइवेट में सिटी स्कैन के लिये जाना पड़ता था जिसमें अधिक पैसा और समय दोनों लगता था। अब यह सुविधा जिलें में हों जाने से पैसा और समय दोनों की बचत हो रही है और इलाज भी समय से हो रहा है। मरीज अली हुसैन बताते हैं कि बीते दिवस उनका एक्सीडेंट हो गया था। सिर पर काफी चोट लगी है पूरे शरीर पर घाव हैं। डाक्टर ने सिर का सीटी स्कैन कराने के लिए कहा और बताया यहाँ मुफ्त में हो जाएगा। इसके बाद बिना किसी पैसे से अली हुसैन ने अपना सीटी स्कैन करवाया। उन्होने कहा गरीब लोगों को इससे बहुत फायदा हुआ है।