भारत में सर चढ़कर बोल रहा है कोरोना वायरस का भय

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अंतरराष्ट्रीय मीडिया के अनुसार कोरोना वायरस (कोवाइड-19) ने पूरे विश्व के लगभग 100 से अधिक देशों को अपने शिकंजे में ले रखा है। कोरोना वायरस से निपटने के लिए सभी देशों सहित भारत सरकार ने भी कई आवश्यक कदम उठाएं हैं। कोरोना वायरस का जन्म चीन के वुहान शहर से हुआ है जिसने पहले चीन के लाखों लोगों को अपने शिकंजे में लिया जिसमें हजारों लोगों की मौत भी हो गई। चीन ने वायरस रोकने का चाहे जितना भी प्रयास किया हो लेकिन वो सफल नहीं हो सका और धीरे धीरे कोरोना जैसा खतरनाक वायरस विश्व के कई देशों में फैल गया। भारत में भी कोरोना वायरस से पीड़ित लोग पाए गए हालांकि इस वायरस की चपेट में आकर मरने वालों को संख्या सैकड़ा तक नहीं पार कर सकी है और इस वायरस की चपेट में वही लोग आये हैं जो विदेशों में रहते थे । कोरोना वायरस की दहशत से बाज़ारों में मास्क खत्म हो चुके हैं और जहां हैं भी उनकी कीमतें काफी अधिक है। सरकार ने लगभग सभी जनपदों के जिला आस्पताल में 10-10 बेड पूरी तरह से आरक्षित कर रखा है जहां सम्भावित कोरोना वायरस से पीड़ित मरीजों को रखा जाएगा। समाचार पत्रों, टीवी चैनलों व सोशल मीडिया पर कोरोना वायरस से बचाव के तरह तरह ढंग बताये जा रहे हैं। टेलीकॉम कमॉनियों ने तो लगभग सभी मोबाइलों में कोरोना वायरस से बचाव सम्बंधित कॉलर टोन मुफ्त एक्टिवेट कर दिया है हालांकि अधिकांश मोबाइल कंपनियां कॉलर टोन एक्टिवेट के लिए पहले ही मासिक शुल्क काट लेती थी लेकिन कोरोना वायरस जैसी खतरनाक बीमारी से बचने के लिए हर कोई इसका प्रचार प्रसार करने में जुट हुआ है।
आपको बताते चलेंकि कोरोना वायरस स्वाइन फ्लू की ही तरह है लेकिन इसका वायरस स्वाइन फ्लू से थोड़ा भारी होने के कारण हवा में नहीं उड़ सकता है और ये पीड़ित से सीधा सम्पर्क में आने से सामने वाले को अपनी चपेट में ले लेता है। कोरोना वायरस का लक्षण पीड़ित को अधिकांश दो सप्ताह में नज़र आता है जिसमें पीड़ित मरीज़ को खाँसी, जुखाम, बुखार व सांस लेने में दिक्कत आती है। कोरोना वायरस से बचाव के लिए भीड़ भाड़ वाले स्थानों से बचना चाहिए तथा साफ सफाई का विशेष ख्याल रखने के साथ मुंह ओर मॉस्क लगाना व थोड़ी थोड़ी देर में ही हाथों को साबुन से धोना चाहिए। कोरोना वायरस का उतपन्न होने का सही कारण अभी तक किसी ने हैं बताया ह लेकिन चर्चा है कि चीन में अधपका मांस खाने के कारण इस खतरनाक बीमारी ने जन्म लिया है जिसके बाद भारत मे भी अंडा व मुर्गा खाने से परहेज़ करना शुरू हो चुका है जिसके कारण मुर्गे की कीमतों में भारी गिरावट दर्ज की गई है हालांकि खाने वालों में किसी तरह कोई कमी नहीं देखी जा रही है।
कोरोना वायरस से जहां कई देशों ने आवागमन प्रतिबन्धित कर दिया है वहीं भारत के प्रधानमंत्री ने भी अपनी विदेश यात्रा को रद्द किया, कई देशों में विद्यालयों को भी बन्द कर दिया है तथा सामूहिक रूप से होने वाले आयोजनों पर भी प्रतिबन्ध लगाया गया है जबकि भारत मे होली जैसा पर्व काफी धूमधाम से मनाते हुए कोरोना वायरस को खुली चुनौती दी गई लेकिन आपसी सौहार्द व अटूट विश्वास के कारण कोरोना को निराश होना पड़ा। कोरोना वायरस को कोवाइड-19 भी कहते हैं जिससे बचाव के लिए फिलहाल सावधानी व साफ सफाई सबसे अधिक महत्वपूर्ण है। कोरोना को विश्व स्वास्थ्य संगठन ने महामारी के रूप में स्वीकार किया है और इसे पूरी तरह से नष्ट करने के उपाय ढूढ रहा है।

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