निर्भया के दादा सहित कई ग्रामीणों ने धरना देकर डॉक्टर तैनात करने की किया माँग
बलिया (रिपोर्ट:नवल जी) दिल्ली गैंग रेप पीड़िता की मौत के लगभग सात साल बाद भी निर्भया के गांव में सुविधा न पहुचने से नाराज उसके दादा अब गांव में ही धरने पर बैठ गए है। गाँव के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सकों की कमी और दुर्व्यवस्था के साथ ही निर्भया को लेकर बलिया CMO द्वारा अमर्यादित बयान से नाराज ग्रामीणों ने 4 दिन से चल रहे धरने को अनिश्चित काल तक करने का फैसला किया है वही CMO बलिया ने निर्भया को लेकर दिए बयान पर माफ़ी मांगी है।
जिस दर्द को निर्भया ने महसूस किया और मेडिकल फिल्ड में अपना कैरियर बना रही थी उसी निर्भया के मौत के बाद उसके सपने को पूरा करते हुए सरकार ने उसके गाँव में प्राथमिक चिकित्सालय खोला पर विडम्बना देखिये की चिकित्सालय तो बन गया पर चिकित्सक नहीं, ऐसे में बलिया CMO द्वारा निर्भया को लेकर दिया बेतुका बयान और ज्यादा बढ़ा रहा है। निर्भया के गाँव में बने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर पिछले चार दिन से धरने पर बैठे ये निर्भया के दादा है जिनकी मांग है कि घटना के बाद गांव में उसके नाम पर अस्पताल बनाने की बात हुई। अस्पताल तो बन गया मगर सालों बाद भी यहां डाक्टर की तैनाती नही हुई।अस्पताल में पुरुष डाक्टर और महिला डाक्टर तैनाती की जाय । वही धरने की सूचना पर इनकी मांगों की जानकारी लेने पहुंचे मुख्य चिकित्साधिकारी बलिया पी के मिश्रा ने इन ग्रामीणों के साथ ही बहस करने लगे और यहां तक कह डाला कि निर्भया को दिल्ली भेजे ही क्यों। जिसे बात से गांव के खासे नाराज है और उन्होंने सी एम ओ को हटाने की मांग भी कर डाली। आपको बता दें कि इस अस्पताल में केवल दो फार्मासिस्ट और दो बार्ड ब्वाय की ड्यूटी है जबकि एक पुरुष डाक्टर ही नियुक्ति है जो किसी दूसरे अस्पताल से अटैच है। धरने पर बैठे ग्रामीणों को डाक्टर पैदा करने की नसीहत देने और निर्भया को दिल्ली क्यों भेजा जैसे बेतुके बयान देने के बाद बलिया के CMO प्रीतम मिश्रा के सुर बदल गए और CMO साहब को ये अंदाजा हो गया की समस्याओं का निदान बेतुके शब्दों से नहीं बल्कि कार्रवाई करने से होता है। लिहाज़ा बलिया सीएमओं ने कहा कि उन्होंने गलत मानसिकता के साथ कुछ भी नहीं कहा अगर ग्रामीणों को दुःख पहुंचा है तो मै खेद व्यक्त करता हूँ साथ ही सीएमओ ने बतया की निर्भया के गाँव के चिकित्सालय में सात दिनों के लिए स्पेस्लिस्ट डाक्टर भेजे जायेंगे।