अम्बेडकरनगर:धान खरीदारी बन्द होने से नाराज़ भारतीय किसान यूनिटी द्वारा शनिवार को उग्र प्रदर्शन करने की चेतावनी दी गई है। धन व संसाधनों की कमी का हवाले देते हुए शासन ने जहां प्राइवेट संस्थाओं से खरीदारी ना करने का निर्देश दिया था वहीं सरकारी धान क्रय केंद्रों ने भी खरीदारी बन्द कर दिया है जिससे किसानों में आक्रोश व्याप्त है।
भारतीय किसान यूनिटी (राजनैतिक) ने भारतीय खाद्य निगम द्वारा संचालित केंद्रों पर धान की ख़रीदारी बन्द किए जाने से नाराजगी जताई है। आरोप है कि 23 दिसम्बर से ही किसानों का धान वेबसाइट बन्द होने की बात कर धान की सीधी खरीदारी बन्द कर दी गई थी तथा केंद्रों द्वारा बिचौलियों व दलालों के माध्यम से खरीदारी को जारी रखा गया था जिसके खिलाफ 16 जनवरी से जिला मुख्यालय पर धरना प्रदर्शन भी किया जा रहा है। प्राप्त जानकारी के अनुसार 24 जनवरी को जारी शासनादेश में पीसीएस व पीसीयू आदि संस्थाओं से धान खरीदारी ना करने की बात की गई थी लेकिन एससीआई व मार्केटिंग द्वारा भी तौल बन्द कर दी गई है जिससे किसान काफी परेशान हैं हालांकि जानकर बताते हैं कि भारतीय खाद्य निगम द्वारा 28 फरवरी तक खरीदारी किए जाने का नियम है। भारतीय किसान यूनिटी के जिलाध्यक्ष पवन कुमार सिंह ने उग्र प्रदर्शन की चेतावनी देते हुए कहा कि शनिवार को प्रातः 11 बजे से टाण्डा-मया मार्ग एनटीपीसी के समीप जाम कर प्रदर्शन किया जाएगा। श्री सिंह ने बताया कि भारतीय खाद्य निगम द्वारा संचालित क्रय सेवा केंद्र राइस मिल मीरानपुर कटरिया के अंदर व बाहर काफी संख्या में गरीब किसानों की धान लदी ट्रालियां कई दिनों से खड़ी हुई हैं जिनकी तौल अविलम्ब कराना चाहिए। श्री सिंह ने प्रदेश के कृषि मंत्री को पत्र लिख कर भी गरीब किसानों के धानों की तौल करने की मांग किया तथा तौल ना होने पर उग्र प्रदर्शन की चेतावनी भी दिया है।
बहरहाल एफसीआई द्वारा अन्न दाताओं से धान लेने से साफ इंकार कर दिया गया है जिसको लेकर भारतीय किसान यूनिटी धरना प्रदर्शन भी कर रही है तथा शनिवार को एनटीपीसी के पास मार्ग जाम कर उग्र प्रदर्शन की चेतावनी भी दिया है।