अम्बेडकरनगर: टाण्डा नगर पालिका परिषद के अधिशाषी अधिकारी मनोज कुमार व सभासदों के एक बड़े ग्रुप का पर्दे के पीछे से संचालन कर रहे सभासद पति दीपक केडिया के बीच का विवाद अब सड़कों पर भी नज़र आने लगा है। नगर पालिका ने मुकदमा दर्ज ना होने की दशा में आगामी 18 नवम्बर से हड़ताल का एलान कर दिया है।
आपको बताते चलेंकि बुधवार को टाण्डा चौक से छज्जापुर मार्ग पर पूर्व वर्षों की तरफ मिट्टी की बनी देवी देवताओं मूर्तियों की बिक्री की जा रही है। आरोप है कि नगर पालिका कर्मियों द्वारा बिजली खम्बे पर लाइट सही की जा रही थी कि चौकी पर लगी मूर्तियों की दुकान से मूर्ति गिर है जिसके बाद स्थानीय सभासद आरती केडिया के पति दीपक केडिया मौके पर पहुंच गए और नगर पालिका कर्मियों से 13 सौ की मांग किया जिसपर नगर पालिका कर्मी ने वसूली कर्मियों की टीम को बुला कर 500 रुपये दिलाया लेकिन मूर्तियों के गिरने से वाद विवाद बढ़ गया। नगर पालिका ईओ मनोज कुमार ने टाण्डा सीओ व कोतवाली निरीक्षक को तहरीर देते हुए कहा कि सभासद पति दीपक केडिया ने सरकारी कार्यों में बाधा पैदा करते हुए सरकारी दस्तावेजों को फाड़ दिया तथा जातिसूचक शब्दों का प्रगोग कर गाली गलौज किया जबकि दूसरी तरफ से स्थानीय दुकानदार व राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के नगर कार्यवाहक सुभाष चंद गुप्ता सहित स्थानीय दुकानदारों ने संयुक्त तहरीर देते हुए नगर पालिका कर्मियों पर आरोप लगाया कि मूर्तियों की अस्थाई दुकान हटाने के लिए दबाव बना रही टीम अवैध वसूली कर रही थी जिसका विरोध करने पर नगर पालिका कर्मियों ने धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाले शब्दों का प्रयोग करते हुए कई मूर्तियां तोड़ दिया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार चौक में दोनों तरफ से जमकर विवाद हुआ तथा दीपक केडिया के नेतृत्व में एक दर्जन से अधिक लोगों ने नगर पालिका टीम के साथ अभद्रता किया। दोनों तरफ से कोतवाली पुलिस को तहरीर देने का दावा किया है। नगर पालिका टीम ने मुकदमा दर्ज ना होने की दशा में आगामी 18 नवम्बर से हड़ताल का एलान कर दिया है। कोतवाली निरीक्षक संजय कुमार पाण्डेय ने कहा कि घटना की जांच टाण्डा सीओ कर रहे हैं और जांच के बाद अगर घटना सत्य मिली तो वैधानिक कार्यवाही की जाएगी। घटना के 24 घंटा बाद भी फिलहाल मामला ज्यों का त्यों है लेकिन खुफिया विभाग मामले पर पैनी नज़र बनाये हुए है।
सड़कों पर नज़र आया नगर पालिका व सभासद पति का विवाद – 24 घण्टा बाद भी नहीं दर्ज हुआ मुकदमा


