अम्बेडकरनगर:एनडीआरएफ आरआरसी गोरखपुर टीम व राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण और जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण का संयुक्त मॉक ड्रिल का अभ्यास एनटीपीसी टांडा में किया गया।जिलाधिकारी अविनाश सिंह के निर्देश पर अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) डॉक्टर सदानंद गुप्ता की देखरेख में एनटीपीसी टाडा में जिले की विभिन्न टीमों द्वारा सीबीआरएन (केमिकल, बायोलाजिकल, रेडियोलाजिकल और न्यूक्लियर) इमरजेंसी पर मेगा मॉक अभ्यास किया गया। इसी क्रम में 11 एनडीआरएफ के उप महानिरीक्षक मनोज शर्मा के मार्गदर्शन में एनडीआरएफ समन्वयक व फायर ब्रिगेड मुख्य एजेंसी के तौर पर रही। इसमें तमाम विभाग के प्रतिनिधि उपस्थित रहे, सभी संस्थाओं के मध्य कार्य का विभाजन, आपसी समन्वय की स्थापना व आने वाले सभावित खतरों को ध्यान में रखते हुए अपनी अपनी कार्य योजनाओं को बनाना शामिल हैं। इस मेगा मॉक अभ्यास का सम्पूर्ण नेतृत्व एनडीआरएफ के उप कमाडेंट सतोष कुमार द्वारा गोरखपुर टीम के 35 सदस्यी पूर्ण प्रशिक्षित टीम द्वारा किया गया। निरीक्षक गोपी गुप्ता ने बताया कि रासायनिक, जैविक व रेडियोधर्मी से होने वाले आपदाओं से बचाव “जानकारी ही बचाव का मूल मंत्र है और इस मेगा मॉक अभ्यास का मुख्य उद्देश्य किसी भी रासायनिक केमिकल एवं वायोलोजिकल आपदा के दौरान घायल व चोटिल व्यक्तियों के अमूल्य जीवन की रक्षा करना, सभी रिस्पास एजेंसियों का रिस्पांस चेक करना व सभी स्टेक होल्डर्स के बीच आपसी समन्वय स्थापित करना है तथा इस मॉक अभ्यास द्वारा खोज, राहत व बचाव कार्य के संचालन में आने वाली कमियों की समीक्षा कर उन्हें दूर करना है और समय-समय पर इस तरह के मेगा मॉक अभ्यास द्वारा महत्वपूर्ण जीवन की रक्षा की जा सकेगी। इस मेगा मॉक अभ्यास के दौरान एनटीपीसी के बीसी पल्लई जनरल मैनेजर, एके मिश्रा जीएम, डॉ राजकुमार सीएमओ, सूर्यभान आपदा विशेषज्ञ, राम आसरे, अग्निशमन अधिकारी सहित पूरा स्टाफ एवं एनडीआरएफ के रेस्कुअर एवं अन्य संस्थाओं के प्रतिनिधि मौजूद रहे।