अम्बेडकरनगर: नाबालिग बालिका के साथ जबरन शादी कर उसकी पिटाई करने वालों के खिलाफ पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया तो नाराज़ विपक्षियों ने पीड़िता की छोटी बहन पर गंदी नज़र डाल दिया जिससे हैरान व परेशान पीड़ित परिवार दरबदर भटकने पर मजबूर है लेकिन पुलिस ठोस कार्यवाही करने से कतरा रही है।
मामला बसखारी थाना क्षेत्र का है जहां गत 30 दिसंबर को कक्षा 08 की छात्रा को जबरन बाइक पर बैठा कर अश्लील हरकत करने लगा जिससे वो रोने व चीखने चिल्लाने लगी तो आरोपियों को भागना पड़ा था। उक्त घटना में शामिल अखिलेश पुत्र विश्वकर्मा आदि के खिलाफ पीड़िता की मां स्थानीय थाना सहित पुलिस कप्तान से भी गोहार लगा चुकी है लेकिन आरोपियों के खिलाफ कोई ठोस कार्यवाही नहीं हो सकी है जिससे पीड़ित परिवान काफी हैरान व परेशान है।
पीड़िता की माता ने बताया कि अनुसूचित जाति के होने के कारण उनकी सुनवाई नहीं हो रही है। उन्होंने बताया कि उनकी 15 वर्षीय पुत्री को भी विपक्षी के भाई अजीत पुत्र विश्वकर्मा द्वारा ज़बरन अपहरण कर डरा धमका कर शादी कर लिया गया था और उसके बाद लगातार उसको मारते पीटते थे लेकिन उनकी पुत्री बड़ी मुश्किल से जान बचा कर भाग आई और बसखारी थाना पर मुकदमा संख्या 293/24 पर आरोपी अजीत, रीता, विक्रम व विश्वकर्मा के खिलाफ पास्को सहित कई धाराओं में मुकदमा भी दर्ज हुआ जिस मामले में आरोपी अजीत को जेल भी भेजा गया। पीड़िता की मां का आरोप है कि विपक्षियो द्वारा अब मुकदमा वापस लेने का दबाव बनाया जा रहा है जिसके लिए उनकी छोटी बेटी जो कक्षा 08 की छात्रा है का ज़बरन अपहरण करने का प्रयास किया जिसकी बसखारी थाना पर शिकायत की गई थी लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई और अब पुलिस कप्तान से भी गोहार लगाई गई है लेकिन फिर भी कोई कार्यवाही नहीं हो रही है हालांकि थानाध्यक्ष में घटना को असत्य बताया है।
बहरहाल पहले 15 वर्षीय बड़ी बहन को शादी के नाम पर जबरन उठा कर उसका उत्पीड़न किया गया और जब मुकदमा दर्ज हो गया तो पीड़िता की छोटी बहन जो कक्षा 08 की छात्रा को जबरन उठाने का प्रयास किया गया और शिकायत के बाद कोई ठोस कार्यवाही ना होने से पीड़ित परिवार हैरान व परेशान दरबदर की ठोकरें खाने पर मजबूर होकर न्याय की गोहार लगा रहा है। उक्त मामले में बसखारी थानाध्यक्ष संत कुमार सिंह ने बताया कि पूर्व में पॉस्को आदि की धाराओं में मुकदमा दर्ज है और पुनः दबाव बनाने के उद्देश्य से फ़र्ज़ी घटना दर्शा कर मुकदमा दर्ज कराना चाहते हैं जबकि शिकायत पर जांच किया गया था और पूरा घटनाक्रम असत्य पाया गया था।