रमेश व लालसा की कहानी सुनिये उन्हीं की जुबानी-वीडियों देखने के लिए इसे टच करें।
एक वर्ष बाद ओमान से भारत लौट आया ज़िले का लाल
जिला अम्बेडकर नगर का लाल संदीप_कुमार और लालसा_रमेश,को एक बार फिर बजरंगी भाईजान से मशहूर सैयद आबिद हुसैन की मुहिम हेल्प संदीप ,रमेश को अपने देश बुलाने में मदद की। एक साल पहले एक कांट्रेक्शन कम्पनी में 30 हज़ार रुपये प्रतिमाह तनख्वाह पर संदीप कुमार और लालसा रमेश उधार बाड़ी और कीसी तरह पैसों का इंतेज़ाम कर के लाखों रुपये खर्च के बाद एक अजेंट द्धारा जॉब करने मश्कट ओमान गए थे इस लिए ताकि दोनों युवाओं के घर की हालत बदल सके क्योंकि घर की माली हालत ठीक न थी लेकिन ऐसा कुछ भी नही हुआ और वहाँ जाकर फस गए थे, न ही इन्हें तनख्वाह मिल रही थी और न ही आने दिया जारहा था ऐसे उम्मीद की एक किरण बन कर आये अम्बेडकर नगर ज़िले के बजरंगी भाईजान के नाम से मशहूर जो भोपाल में रहते हैं आबिद हुसैन के पास इनका कॉल 18 नवम्बर 2019 को आया था, आबिद हुसैन कहतें के दोनों युवकों ने जो बात बताई वो दिल दहलाने वाली थी मैं अपने आपको रोक न सका और मैने तत्काल प्रभाव से इण्डियन ओमान एम्बेसी और भारत सरकार से संदीप कुमार और लालसा रमेश की मदद के लिए लिखा और गुज़ारिश की के इन्हें भारत भेजने में इनकी मदद करें और एम्बेसी व सरकार के द्वारा मुझे जवाब आया के वो दोनो युवकों की हर हाल मदद करेंगे | और एम्बेसी ने फ़ौरन अपने अधिकारी फकरुद्दीन साहब को लड़को के पास भेजा और हप्ता 10 दिन की पुरी प्रकिया चलने के बाद दोनो युवकों को वापस भारत भेजने के लिए दोनों युवकों को रेस्क्यू कर के उन्हें सुरक्षित भारत भेजने का फैसला किया अब वो आज हिंदुस्तान आ रहे है और अपने वतन आने की ख़बर से बहुत खुश है और खैरियत से है सैयद आबिद हुसैन ने एक बार फिर देश के युवाओं को कहा कि ऐसे फ़र्ज़ी एजेंटों से सावधान रहें, और जब भी आप विदेश काम करने जाए तो बहुत ही सतर्क और सुरक्षित हो कर जाए और जाते ही इंडियन एम्बेसी से सम्पर्क करें ताकि कोई भी दिक्कत हो तो एम्बेसी को सुचित करे ताकि किसी तरह की कोई प्रॉब्लम न आए साथ में आबिद ने यह भी कहा एक बात का और ध्यान दें कभी भी गल्फ कन्ट्री आप जाने से पहले इस बातों का ध्यान जरूर दें कि आप जिस कम्पनी में जारहें हैं वो कोई कांट्रेक्शन कम्पनी तो नही क्योंकि इस वक़्फ पूरे गल्फ में कांट्रेक्शन कम्पनी का बुरा हाल है हज़ारों की तादात में लोग परेशान है एम्बेसी भी नही चाहती कि आप यहाँ आकर फसे इस लिए खास तौर पर युवओं से गुज़ारिश के बिल्कुल सही जांच परताल कर के ही विदेश जाए।
आबिद हुसैन ने अपनी मुहीम की मदद करने के लिए टीम इण्डियन ओमान एम्बेसी और भारत सरकार विदेश मंत्रालय का बेहद शुक्रिया अदा किया साथ संदीप और रमेश के परिवार वालों ने भी उनको बच्चों की मदद के करने के लिए टीम इण्डियन ओमान एम्बेसी और भारत सरकार विदेश मंत्रालय का धन्यवाद किया!