अम्बेडकरनगर: देश को गृहयुद्ध की तरफ धकेलने के उद्देश्य से कश्मीर के पहलगाम में कायरतापूर्वक भारतीयों को धर्म के नाम पर मौत के घाट उतारने वाले आतंकवादियों के मंसूबों पर पानी फेरना का काम सभी धर्म जाति समुदाय के लोग आपस में मिलकर पूरा करेंगे।
उक्त बातें टाण्डा में संचालित दारुल उलूम मदरसा कंजुल उलूम के प्रबंधक तुफैल अख्तर ने जुमा की नमाज़ के बाद सूचना न्यूज़ से वार्ता करते हुए कहा।
बताते चलेंकि हिंदू संगठनों व सामाजिक कार्यकर्ताओं द्वारा जहां आतंकवाद व पाकिस्तान का सांकेतिक पुतला दहन कर आतंकवाद के खिलाफ आक्रोश प्रकट किया जा रहा है वहीं मुस्लिम समाज ने साप्ताहिक नमाज़ जुमा के दौरान आतंकवाद के खिलाफ खड़े होने का एलान करते हुए पहलगाम कश्मीर में हुई घटना की निंदा किया एवं देश की खुशहाली व शांति की दुआएं मांगी गई।

अकबरपुर मीरानपुर में जहां शिया समुदाय द्वारा जुमा की नमाज़ के दौरान आतंकवाद व पाकिस्तान के खिलाफ आवाज़ उठाई और मौलाना अकबर अली वायज़ ने कायरतापूर्ण घटना की सख्त निंदा किया वहीं टाण्डा के मदरसा कंजुल उलूम प्रबन्धक तुफैल अख्तर ने भी कड़े शब्दों ने घटना की भर्त्सना करते हुए सरकार से कठोर कार्यवाही की मांग किया। टाण्डा में इस्लामिक धार्मिक संस्था अदारे शरैय्या के मौलाना अतीक अहमद की अपील पर सभी प्रमुख मस्जिदों में कश्मीर घटना की निंदा कर देश में शांति व खुशहाली की विशेष दुआ मांगी गई है।

दरगाह किछौछा में स्थित मस्जिदे सिमना में मो.शब्बीर अहमद के नेतृत्व में कश्मीर में हुए आतंकवादी हमले एवं आतंकवाद के खिलाफ काली पट्टी बांध कर विरोध दर्ज कराया गया। गाज़ी-ए-मिल्लत मौलाना हाशमी मियां की खानकाह पर भी आतंकवाद के खिलाफ आवाज़ उठाते हुए सरकार से कठोर कदम उठाने की मांग की गई। हुसैनी सोशल फ्रंट के अध्यक्ष रेहान ज़ैदी ने पहलगाम में धर्म के आधार पर आतंकवादी घटना को कायरानापूर्ण बताते हुए कड़ी निंदा किया है।

जहांगीरगंज में मस्जिद मखदूमिया व जामा मस्जिद गौसिया में भी जुमा की नमाज़ के बाद आतंकवादी घटना की निंदा करते हुए देश की खुशहाली व शांति की दुआएं मांगी गई। जलालपुर में नूरी मस्जिद आला हजरत काजीपुरा के इमाम मौलाना हबीबुल रहमान, उर्दू बाजार में कारी आफाक अहमद, सराय चौक, नागपुर वाजिदपुर आदि मस्जिदों में भी कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी घटना की कड़े शब्दों में निंदा की गई और मृतकों व उनके परिजनों के लिए दुआएं मांगी गई।
इब्राहिमपुर थानाक्षेत्र के अलनपुर निवासी मुफ़्ती कमरुद्दीन ने कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि इस्लाम में किसी रक निर्दोष की हत्या का मतलब इंसानियत की हत्या है और किसी एक मासूम की जान बचाने का मतलब इंसानियत की जान बचाना है। उन्होंने कहा कि आतंकियों ने काफी बुजदिली का काम किया है और सरकार को चाहिए कि कड़ा कदम उठा कर कठोर कार्यवाही करे।
अकबरपुर, जलालपुर व टाण्डा सहित मिझौडा, इल्तिफ़ातगंज, हीरापुर, हंसवर, भूलेपुर आदि क्षेत्रों की मस्जिदों में भी शुक्रवार को साप्ताहिक जुमा की नमाज़ अदा कर कश्मीर में हुई आतंकवादी घटना व आतंकवाद के खिलाफ आक्रोश प्रकट किया गया तथा धर्म विशेष पूंछ कर निर्दोषों की हत्या करने के पीछे की मंशा को देश के लोगों को आपस में लड़ाने वाली साजिश बताते हुए केंद्र सरकार से कठोर कार्यवाही करने की मांग की गई है।