अम्बेडकरनगर: प्रसिद्ध धार्मिक संस्था अदारे सरैया सहित प्रख्यात मदरसा मंज़रे हक व मदरसा कंजुल उलूम के ज़िम्मेदारों ने उलेमाओं से सलाह मशविरा के उपरांत सामूहिक रूप से फैसला लिया है कि कोरोना वायरस की महामारी के दौरान हुए लॉक डाउन के नियमों का सभी लोग पालन करें तथा अपने अपने घरों में नमाज़ पढ़कर अल्लाह से गुनाहों की माफ़ी मांगे। टाण्डा तहसील सभागार में उप जिलाधिकारी अभिषेक पाठक, सीओ अमर बहादुर व चेरमैन रेहाना अंसारी की मौजूदगी में अदारे सरैया के मौलाना फैय्याजुद्दीन, मदरसा कंजुल उलूम के प्रबंधक तुफैल अख्तर, मदरसा मंज़रे हक के प्रबंधक हाजी अशफाक अंसारी की शुक्रवार को होने वाली जुमा कई सामूहिक नमाज़ के सम्बंध में आवश्यक बैठक हुई जिसमें सर्वसहमति से फैसला हुआ शुक्रवार को जुमा की नमाज़ की जगह जोहर की नमाज़ की नीयत कर अपने-अपने घरों में नमाज़ पढ़ें। लॉक डाउन के दौरान शासन के सख्त निर्देश पर किसी धर्मिम स्थल पर भी भीड़ नहीं जमा होनी चाहिए इसलिए धार्मिक भावनाओं को देखते हुए प्रत्येक मस्जिदों में मात्र तीन लोगों को दूरी बना कर नमाज़ पढ़ने पर सहमति बनी है। अदारे सरैया के मौलाना फैय्याजुद्दीन की अपील पर उप जिलाधिकारी अभिषेक पाठक ने कहा कि नमाज़ की सूचना के लिए अजान ने सकते हैं लेकिन नमाज़ घर मे ही अदा करें।
मदरसा कंजुल उलूम की तरफ से लिखित अपील जारी की गई है कि मस्जिद के पेश इमाम, नायाब इमाम व मोअज्जिन ही सोशल डिस्टेंट्स का पालन करते हुए जमात से नमाज़ अदा करें तथा लॉक डाउन का पूरा सम्मान करें क्योंकि कोरोना महामारी की जंग हम सब को साथ मिल कर लड़ना है और इसके लिए अपने अपने घरों में रहने की जरूरत है। धार्मिक संस्था अदारे सरैया ने भी पत्र जारी कर अपील किया है कि गली कूचों में भीड़ ना लगाए और अपने-अपने घरों में ही नमाज़ पढ़े तथा मस्जिदों में मात्र तीन लोग उचित दूरी बना कर जमात से नमाज़ पढ़े जिससे पूरे मोहल्ले के हक अदा हो जाएगा। प्रसिद्ध मदरसा मंज़रे हक की तरफ से भी सभी मुस्लिमों से अपील की गई है कि सभी नमाज़ों को अपने आने घरों में ही पढ़ें और विशेष कर शुक्रवार को जुमा की नमाज़ के लिए मस्जिदों में ना आये बल्कि अपने घरों में जोहर की नमाज़ पढ़ें। टाण्डा की जुड़वा नगरी मुबारकपुर जामा मस्जिद के पेश इमाम मौलाना अदानिष चिश्ती ने भी सभी से लॉक डाउन के पालन करने की अपील करते हए कहा कि पंचवक्ता नमाज़ को अपने ऊपर लाजिम कर लें और मौजूदा समय को देखते हुए अपने-अपने घरों में नमाज़ पढ़ें। श्री चिश्ती ने कहा कि जामा मस्जिद में जमात से होने वाली नमाज़ के लिए जिन लोगों को चिन्हित किया गया है उनके अतिरिक्त कोई भी जामा मस्जिद में ना आए और जुमा के बदले जोहर की नमाज़ अपने अपने घरों में पढ़ कर अल्लाह पाक से दुआ करें।
मुस्लिम बाहुल्य क्षेत टाण्डा में धार्मिक संस्था व प्रसिद्ध मदरसों की तरफ से जारी हुई अपील की स्थानीय प्रशासन ने भूरी-भूरी सराहना किया। एसडीएम श्री पाठक व सीओ श्री बहादुर ने सभी से लॉक डाउन के पालन की अपील करते हुए कहा कि धार्मिक अनुष्ठान पूजा नमाज़ आदि अपने अपने घरों में करें जिससे कोरोना जैसी महामारी से जल्द से जल्द हराया जा सके। आपको बताते चलेंकि लॉक डाउन के कारण ही बुधवार को चैत्र नवरात्र पर होने वाली पूजा हिन्दू समुदाय के लोगों ने मंदिरों के बजाय अपने अपने घरों पर किया तथा भारतीय नववर्ष के स्वागत पर भी सरयू तट किनारे उमड़ने वाली भीड़ नहीं होने दी गई जिससे लॉक डाउन के दौरान सराहनीय सहयोग रहा।
इस्लामिक संस्था अदारे सरैया की अपील – इसे टच कर वीडियों देखें