अम्बेडकरनगर: टाण्डा नगर क्षेत्र के संभ्रान्त नागरिक अब मॉर्निगवाक से कतरारे नज़र आने लगे हैं। संभ्रान्त नागरिकों में बैठक कर खराब माहौल पर चिंता व्यक्त करते हुए सुरक्षा प्रदान करने की मांग किया है।
स्वास्थ्य को सही रखने के लिए चिकित्सकों द्वारा आम तौर पर मॉर्निगवाक की सलाह दो जाती है, बुनकर नगरी टाण्डा में भी प्रातः काल काफी संख्या में लोग मॉर्निगवाक करते नज़र आते हैं लेकिन गत 04 सितंबर को स्थानीय संभ्रान्त नागरिक सेवालाल निषाद ने कोतवाली पुलिस को तहरीर देते हुए शिकायत किया था कि कोतवाली से मात्र चन्द कदम की दूरी पर ही चार दबंगों ने उसे डंडे से मार कर गिरा दिया था और 20 ग्राम सोने की चैन छीन कर फरार हो गए थे। उक्त मामले का खुलासा ना होने से संभ्रान्त नागरिकों में आक्रोश व्याप्त है। गुरुवार को सामाजिक कार्यकर्ता रामजीत साहू के आवास पर एक बैठक सम्पन्न हुई जिसमें मौजूद लोगों ने एक सुर में कहा कि मॉर्निगवाक करते हुए उन्हें डर लगने लगी है।
संभ्रान्त नागरिकों की तरफ से जारी प्रेस नोट के अनुसार बैठक में रामजीत साहू, आंनद कुमार अग्रवाल, सेवालाल निषाद, गिरिराज गुप्ता, राकेश सोनकर, दीपू टंडन, भूपेश जायसवाल, विनोद टंडन, जयपाल मौर्य, अजीत जायसवाल, अरुण अग्रवाल आदि मौजूद रहे जबकि नगर क्षेत्र के काका बोरा वाला, दीपक केडिया, जय प्रकाश, तामेश्वर गुप्ता, राजेन्द्र अग्रवाल, दिनेश मौर्य, संजय गुप्ता पिंटू, संतोष कुमार आदि ने घटना की जिंदा करते हुए मॉर्निगवाक करने वालों संभ्रान्त नागरिकों को पूर्ण सुरक्षा प्रदान करने की मांग किया है।