अम्बेडकरनगर: विश्व के सबसे बड़े आध्यत्मिक उपचार के केंद्र को आम श्रद्धालुओं के दर्शन हेतु शनिवार की सुबह 5 बजे से खोल दिया जाएगा। दरगाह पर चारों सज्जादानशीनों ने एक साथ अपनी उपस्तिथि दर्ज करा कर शुक्रवार को ऐतिहासिक दिन बना दिया है। मौके पर एडिशनल एसपी व उपजिलाधिकारी टाण्डा व खानदाने अशरफिया के अधिकांश लोग भी मौजूद रहे।
टाण्डा तहसील के नगर पंचायत अशरफपुर किछौछा में स्थित विश्व विख्यात सूफी संत हज़रत सैय्यद शाह मखदूम अशरफ जहाँगीर सिमनानी की दरगाह का मुख्य कपाट कोरोना वायरस के कारण आम श्रद्धालुओं के लिए छः माह बाद खोल दिया गया है। श्रद्धालुओं के दर्शन हेतु दरगाह का मुख्य कपाट खोलने से पूर्व नगर पंचायत किछौछा के सभागार में स्थानीय लोगों की बैठक हुई जिसमें सर्वसहमति से फैसला लिया गया कि मुख्य कपाट श्रद्धालुओंके लिए शनिवार की प्रातः 5 बजे से खोल दिया जायेगा और दर्शन के दौरान सभी श्रद्धालुओं को मास्क लगाना अनिवार्य होगा तथा एक साथ पांच से अधिक व्यक्ति नहीं होंगे। उक्त निर्णय के उपरांत दरगाह के सभी सज्जादानशीन व खानदाने अशरफिया के अधिकांश लोग असताना पर पहुंचे। मुख्य द्वार पर स्थित आस्ताना सहन पर सरपरस्त आला सज्जादानशीन सैय्यद शाह फखरुद्दीन अशरफ, मोतवल्ली व सज्जादानशीन सैय्यद शाह मोहीउद्दीन अशरफ, सज्जादानशीन सैय्यद शाह मोइनुद्दीन अशरफ मोईन मियां व सज्जादानशीन सैय्यद शाह हसीन अशरफ एक साथ नज़र आए। सभी सज्जादानशीनों ने एक साथ सुल्ताने सिमनान मखदूम अशरफ के समक्ष हाजिर हुए और औलिया मस्जिद में एक साथ बैठ कर दुआएं मांगी। आम श्रद्धालुओ के दर्शन हेतु शनिवार की प्रातः 5 बजे से मुख्य द्वार खोल दिया जाएगा। उक्त अवसर पर एडिशनल एसपी अवनीश कुमार मिश्र व उपजिलाधिकारी टाण्डा अभिषेक पाठक सहित खानदाने अशरफिया के सैय्यद फैज़ान अशरफ एडवोकेट (चांद), सैय्यद निजाम अशरफ, सैय्यद आरिफ अशरफ, सैय्यद मेराजुद्दीन किछौछवी, सैय्यद जामी अशरफ, सैय्यद खलीक अशरफ, सैय्यद अनीस अशरफ, सैय्यद आले मुस्तफा छोटे बाबू, सैय्यद आरिफ अशरफ, सैय्यद खालिद अशरफ, सैय्यद अजीज अशरफ, सैय्यद अहमद अशरफ़, मौलाना कासिम आदि मौजूद रहे।
बहरहाल छः माह बाद प्रसिद्ध दरगाह किछौछा के मुख्य द्वार को आम श्रद्धालुओं के दर्शन हेतु कोविड 19 प्रोटोकॉल के पालन की शर्तों के साथ खोल दिया गया और इस अवसर पर दरगाह असताना पर एक साथ सभी सज्जादानशीनों की मौजूदगी ने एक इतिहास बना दिया जिसकी पूरे क्षेत्र में सराहना हो रही है।
छः माह बाद श्रद्धालुओं के लिए खुला मखदूम अशरफ का मुख्य कपाट – ऐतिहासिक बना शुक्रवार
