अम्बेडकरनगर: एनटीपीसी विस्तारीकरण की चपेट में आए ग्रामीणों में से लगभग तीन दर्जन परिवारों द्वारा मुआवजा लेने के बाद भी कब्ज़ा नहीं छोड़ा गया है जिन्हें अपने कब्ज़े के लेने के लिए एनटीपीसी प्रशासन लगातार प्रयासरत है। होली पर्व के ठीक पहले एनटीपीसी ने टाण्डा तहसील प्रशासन व टाण्डा सर्किल पुलिस की मदद से सलाहपुर राजौर गाँव में 07 भवनों को ध्वस्त कर एनटीपीसी का कब्ज़ा कराया गया। उप जिलाधिकारी अभिषेक पाठक, पुलिस क्षेत्राधिकारी अमर बहादुर, तहसीलदार संतोष कुमार ओझा, नायब तहसीलदार देवानन्द तिवारी, अलीगंज थाना प्रभारी रामचन्द्र सरोज सहित कई प्रशासनिक व पुलिस बल व एनटीपीसी अधिकारी मौके पर पहुँचे जिससे कब्जेदारों में हड़कंप मच गया। तहसीलदार श्री ओझा ने बताया कि 34 मकान ऐसे थे जिन्होंने 2016 में ही मुआवजा प्राप्त कर लिया है जिसमें से 07 भवन स्वामियों की सहमति पर आज उन्हें ढहाया गया है जबकि होली पर्व को ध्यान में रखते हुए अन्य कब्ज़ेदारों को शीघ्र मकान खाली करने की मुनादी करा दी गई है। पुलिस क्षेत्राधिकारी श्री बहादुर ने बताया कि सुरक्षा दृष्टि से पुलिस बल लगाये गए थे लेकिन किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं हुई। एनटीपीसी, राजस्व व पुलिस टीम के वापस लौटते ही भारतीय किसान यूनियन महिला प्रकोष्ठ की तहसील अध्यक्ष रेखा देवी ने एनटीपीसी पर आरोप लगाते हुए कहा कि बिना पूरा मुआवजा दिए ही भवनों को गिराया जा रहा है। सलाहपुर राजौर निवासी महंत गोस्वामी ने आरोप लगाया कि बिना मुआवज व बिना नोटिस के ही होली के ठीक पहले उनके भवन को गिरा दिया गया हालांकि राजस्व टीम ने दावा क़िया कि होली के कारण जबरन कोई मकान नहीं गिराया गया है।