अम्बेडकरनगर (रिपोर्ट: आलम खान एडिटर) श्री केंद्रीय दुर्गा पूजा महासमिति के पदाधिकारियों की सूझबूझ के कारण रविवार को बड़ा विवाद होते होते बच गया। प्रतिमा विसर्जन स्थल के रास्ते पर कब्जेदारी को लेकर आये एक दर्जन से अधिक असलहा धारियों को बैरंग वापस जाना पड़ा।
टांडा कोतवाली क्षेत्र के मोहल्लाह छज्जापुर राजघाट में स्थित प्रतिमा विसर्जन स्थल के रास्ते को जेसीबी से बराबर किया जा रहा था किसकी जानकारी होने पर श्री केंद्रीय दुर्गा पूजा महासमिति टांडा के पदाधिकारियों ने पहुंच कर काम बंद कराने का प्रयास किया लेकिन कार्य करवा रहे लोगों ने छोटे पांडेय का काम बता कर किसी से मोबाइल पर वार्ता कराई। मोबाइल पर वार्ता करने वाले ने बैठ कर बात करने की बात कही गई जिस पर महासमिति ने कहा कि जो भी बात करनी है यहीं पर आइए। वार्ता के थोड़ी ही देर में एक दर्जन से अधिक असलहा धारी लोग राजघाट प्रतिमा स्थल पर पहुंच गए और फिर श्री केंद्रीय दुर्गा अ
पूजा महासमिति व असलहा धारियों के बीच वाद विवाद होने लगा। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार महासमिति के एक पदाधिकारी की कनपटी पर असलहा भी लगा कर धमकी दी गई कि बीच में ना आओ। मामले की गंभीरता भांपते हुए महासमिति के पदाधिकारियों ने सूझ बूझ का परिचय देते हुए कहा कि भूमि का कागज ले कर आओ तब बात होगी।
विश्वस्त सूत्रों के अनुसार भूमि का कार्य कर रहे ज्ञानेन्द्र पांडेय उर्फ छोटे पाण्डेय के नेतृत्व में एक दर्जन से अधिक असलहाधारी आए थे और महासमिति के लोगों को धमकी आदि दे रहे थे।
घटना ऐसे आहत श्री केंद्रीय दुर्गा पूजा महासमिति ने देर शाम में आपात कालीन बैठक बुलाकर विचार विमर्श किया और रात्रि लागभग 9 बजे टांडा कोतवाली पहुंच गए जहां पहले से ही उपजिलाधिकारी अभिषेक पाठक व सीओ संतोष कुमार मौजूद रहे। महासमिति के लोगों ने प्रार्थना पत्र देते हुए विसर्जन स्थल मार्ग की भूमि व पदाधिकारियों की सुरक्षा की मांग किया। उपजिलाधिकारी श्री पाठक महासमिति के लोगों को आश्वस्त करने का काम किया। सीओ श्री संतोष ने कहा कि घटना की जानकारी सर्वप्रथम पुलिस को देना चाहिए। उन्होंने भी कहा कि कोई भी गुंडई व दबंगई कदापि नहीं कर पायेगा।
महासमिति ने शिकायत पत्र में कहा कि मुबारकपुर के बाहुबली मनोज दूबे पुत्र अज्ञाय व नदीम पुत्र अज्ञात द्वारा प्रतिमा विसर्जन स्थल की भूमि पर अवैध कब्जा करने का प्रयास किया जा रहा था जिसे मना करने पर कई अज्ञात असलाहधारी आ गए और गाली गलौज करते हुए धमकी देने लगे। मांग की गई कि अवैध अतिक्रमण को ततकाल रोकवाया जाए अन्यथा हिन्दू समाज सड़क पर उतर कर आंदोलन करने को विवश होंगे। उक्त पर महासमिति के अध्यक्ष विशाल मांझी, महामंत्री दिनेश मौर्य सहित आलोक चौरसिया, अरुण कुमार, मनोज कुमार, विनोद मौर्य, राजेश सोनकर आदि मौजूद रहे।