अम्बेडकरनगर: राष्ट्रीय राजमार्ग 233 के टाण्डा बसखारी के मध्य पिपरी विशुनपुर में दो दिन पहले हुए भीषण सड़क हादसे में जहां दो सगी बहनों सहित तीन लोगों की दर्दनाक मौत ही गई थी वहीं आक्रोशित भीड़ की पिटाई से घायल एक युवक लखनऊ ट्रामा सेंटर में ज़िन्दगी व मौत के बीच जंग लड़ रहा है।
बताते चलेंकि टाण्डा कोतवाली क्षेत्र के पिपरी विशुनपुर में हुंडई कार संख्या यूपी 42 जी 3886 के अनियंत्रित होने के कारण साइकिल सवार 35 वर्षीय हनुमान (गूंगा) सहित 18 वर्षीय रानिका पुत्री इंद्रजीत व 16 वर्षीय रागिनी पुत्री इंद्रजीत (सगी बहनें) की मृत्यु हो गई थी। उक्त भीषण सड़क हादसे से नाराज़ भीड़ ने फरहान पुत्र मो.असलम की जमकर पिटाई कर दिया जिसमें फरहान गंभीर रूप से घायल हो गया। महामाया मेडिकल कालेज के डॉक्टरों ने फरहान को लखनऊ रेफर कर दिया जहां उसका इलाज चल रहा है। परिजनों के अनुसार खून की उल्टी होने के कारण फरहान को ट्रामा सेंटर के इमरजेंसी वार्ड में रखा गया है जहां वो ज़िन्दगी व मौत के बीच जंग लड़ रहा है। दूसरी तरफ दोनों सगी बहनों के पिता इंद्रजीत पुत्र रामराज निवासी पिपरी विशुनपुर की तहरीर पर टाण्डा कोतवाली पुलिस ने फरहान पुत्र मो.असलम निवासी मीरानपुरा टाण्डा के खिलाफ मुकदमा अपराध संख्या 0337/24 पर बीएनएस की धारा 281 व 106 के तहत मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दिया है।
मुकदमा के अनुसार फरहान ही हुंडई कार चला रहा था जबकि परिजनों का कहना है कि फरहान के पास लाइसेंस ही नहीं है और ना ही उसको गाड़ी चलाना ही आता है बल्कि दुर्घटना के बाद चालक फरार हो गया जबकि भीड़ ने उसे चालक समझ कर पिटाई कर दिया।
बरहाल शनिवार को एनएच 233 पर हुए भीषण सड़क हादसे में जहां तीन लोगों की दर्दनाक मौत हो गई थी वहीं आक्रोशित भीड़ की पिटाई में घायल युवक लखनऊ के ट्रामा सेंटर में ज़िन्दगी व मौत के बीच जूझ रहा है।