अम्बेडकरनगर: औद्योगिक नगरी टाण्डा के मीरानपुरा (हयातगंज) में गत 45 वर्षो से चिकित्सीय सेवा देने वाले प्रसिद्ध डॉक्टर अब्दुल समद को आज उनके पैतृक गांव ऊँचेगांव महबूबगंज में सुपुर्दे खाक (अंतिम संस्कार) कर दिया गया है। मुफ़्ती कमरुद्दीन ने नमाज़े जनाज़ा (दुआ की नमाज़) अदा कराई। उक्त अवसर पर मरहूम (मृतक) के खानदान व गाँव के अतिरिक्त टाण्डा से काफी संख्या में लोग शामिल हुए। स्वर्गीय अब्दुल समद के पिता प्रसिद्ध हकीम अब्दुल जलील थे जिनके नाम पर टाण्डा नगर क्षेत्र में एक सड़क भी है। मरहूम के दो बेटे मोहम्मद राशिद व डॉक्टर शाहिद तथा चार बेटियां हैं और सभी की शादियां हो चुकी हैं। डॉक्टर शाहिद टाण्डा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में अपनी सेवा दे रहे हैं। मृतक कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व फाइन फीलिंग स्टेशन हयातगंज के सगे चाचा थे। मृतक अपने काफी सरल स्वभाव व कुशल चिकित्सीय सेवा के लिए काफी मशहूर थे। मृतक के परिजनों को शोक संवेदना देने का सिलसिला जारी है।
प्रसिद्ध डॉक्टर अब्दुल समद सुपुर्दे खाक – शोक संवेदना


