अम्बेडकरनगर: करनाल के पास नानकसर गुरुद्वारा साहिब के प्रसिद्ध सन्त बाबा राम सिंह ने बुधवार की शाम को दिल्ली हरियाणा स्थित सिंधु बार्डर पर अपनी रिवाल्वर से स्वयं की कनपटी पर गोली मार कर दुनिया लो अलविदा कह दिया।
उक्त दुःखद समाचार को सुनते ही वरिष्ठ समाजसेवी धर्मवीर सिंह बग्गा काफी विचलित हो गए और आननफानन में ही करनाल स्थित नानकसर गुरुद्वारा साहिब के लिए निकल गए।
आपको बताते चलेंकि सन्त बाबा राम सिंह किसान आंदोलन में शामिल होकर सरकार से नवीन कृषि बिल वापस लेने की मांग का समर्थन कर रहे थे। उन्होंने अपने सुसाइट नोट में लिखा कि “किसानों का दुःख देखा, अपने हक लेने के लिए सड़कों पर रुला रहे हैं, दिल बहुत दुखी हुआ, सरकार न्याय नहीं दे रही, जुल्म है, जुल्म करना पाप है, जुल्म सहना भी पाप है। किसी ने किसानों के हक में और जुल्म के खिलाफ कुछ किया किसी ने कुछ किया, कईयों ने सम्मान वापस किए, पुरस्कार वापस करके रोष जताया, यह जुल्म के खिलाफ आवाज है और मजदूर किसान के हक में आवाज है।”
नूरानी चेहरे वाले सन्त बाबा राम सिंह जी को चाहने वाले देश के कोने कोने में ही हैं बल्कि विदेशों में भी मौजूद हैं। वरिष्ठ समाजसेवी धर्मवीर सिंह बग्गा भी सन्त बाबा राम सिंह को अपना गुरु मानते थे और सन्त बाबा राम सिंह की तश्वीर सदैव उनके कार्यालय व आवास पर लगी नज़र आती है। सन्त बाबा राम सिंह जी के कहने पर ही श्री बग्गा ने मेला गार्डेन के विशाल मैदान को ट्रस्ट के नाम घोषित कर रखा है, संत बाबा राम सिंह जी श्री बग्ग को आशीर्वाद देने टाण्डा में स्थित मेला गार्डेन में आ चुके हैं।