अम्बेडकरनगर: पैगम्बर (संदेष्टा) हज़रत मोहम्मद साहब के जन्मोत्सव पर शुक्रवार रात्रि में नशिस्त (शायरी) का भव्य कार्यक्रम बुनकर नगरी टाण्डा में आयोजित हुआ जिसमें नगर क्षेत्र के प्रसिद्ध शायरों ने एक से बढ़ कर एक शायरी पेश किया।
टेरीकाट कपड़ों के उत्पादन के साथ साथ औद्योगिक बुनकर नगरी टाण्डा उर्दू अदब के लिए काफी प्रसिद्ध है और इसी कारण यहां नशिस्त (उर्दू शेर व शायरी की महफ़िल) आमतौर पर आयोजित की जाती है। नगर क्षेत्र के मोहल्लाह सालारगढ़ नई बस्ती (मुख्तार गंज) में शुक्रवार की देर रात्रि को नबी अहमद के मकान ओर नशिस्त का कार्यक्रम आयोजित किया गया। नशिस्त की निज़ामत (संचालन) कारी जमाल अहमद द्वारा बड़े ही खूबसूरत अंदाज़ में कई गई। नगर क्षेत्र के प्रसिद्ध शायरों ने अपने अपने मख़सूश (निराले) अंदाज में अपना कलाम (शायरी) पेश किया जिसमें में मुख्य रूप से शायर हाफ़िज़ अयाज़, अर्शी टाण्डवी, हलचल टाण्डवी, कमरुज्जमा, मोहम्मद शाहिद, मोहम्मद अव्वल, शकील अहमद, बदरे आलम, हसन नूरी, नबी अहमद, हनीफ कुरैशी, हेलाल टाण्डवी आदि शामिल रहे। लगभग तीन घंटे तक चली नशिस्त में मुख्य रूप सालारगढ़ मस्जिद कर नायब इमाम मोहम्मद अरशद, कारी जाने आलम, कारी इसरार अहमद, बुनकर नेता मुशीर आलम, अरशद नेहाल, रईस अहमद, सिकंदर इकबाल, नौशाद पान वाले, मोहम्मद कामिल, इसरार कुरैशी, ज़ुबैर अहमद, शाह आलम आदि मुख्य रूप से मौजूद रहे। कार्यक्रम सुसज्जित करने में मुख्य रूप से नबी अहमद, बदरे आलम, कमरुज्जमा, इम्तियाज़, शाहिद अख्तर,ज़फर आलम की मुख्य भूमिका रही। कार्यक्रम की वीडियो आप सूचना न्यूज़ यूट्यूब चैनल पर भी देख सकते हैं।