वैश्विक महामारी कोरोना वायरस की दूसरी लहर ने हर किसी को चिंता में डाल दिया है। दिन ब दिन हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं। प्रदेश के मुख्यमंत्री सहित कई आला अधिकारी भी कोविड-19 की चपेट में आ चुके है। एक अस्पतालों में बेड नहीं मिल रहा है और दूसरी तरफ शमशानों में चिताओं की आग ठंडी होने का नाम ही नहीं ले रही है। प्रदेश के सीएम ने कोविड-19 की चैन तोड़ने के लिए कई महत्वपुर्ण फैसले किए है तथा तत्काल प्रभाव से सभी जनपद के आला अधिकारियों को लागू करने का निर्देश दिया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को बड़ा फैसला लेते हुए पूरे प्रदेश में रविवार को बंदी का एलान किया है। रविवार की बंदी शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में भी होगी और इस दौरान केवल स्वच्छता सेनिटाइजेशन तथा आपातकालीन सेवा ही जारी रहेगी। एक तरह से रविवार को लॉक डाउन रहेगा और इसे पालन कराने के लिए सभी मंडलों के कमिश्नर तथा जनपदों के डीएम, एसपी को निर्देशित किया गया है।
मुख्यमंत्री ने दूसरा सबसे बड़ा फैसला लेते हुए कहा कि प्रदेश के किसी भी क्षेत्र में अब कोई भी बिना मास्क के नहीं चल सकेगा और बिना मास्क वालों से पहली बार एक हज़ार रुपए का जुर्माना तथा दूसरी बार मे दस गुना अर्थात 10 हज़ार रुपए का जुर्माना वसूलने के निर्देश दिया है।
मुख्यमंत्री श्री योगी ने गरीबी रेखा से जीवन यापन करने वालों की भरण पोषण भत्ता सूची अपडेट करने का निर्देश सभी जिलाधिकारियों को दिया है जिससे जल्द से जल्द सभी गरीबों को राहत पहुंचाई जा सके।
श्री योगी ने विधायकों से अपील किया है कि अपनी विधायक निधि को कोविड-19 केयर फंड में प्रयोग कर सकते हैं। श्री योगी ने दो हज़ार से अधिक कोरोना संक्रमित जनपदों में नए कोविड हॉस्पिटल बनाने की हरी झंडी दे दिया है तथा निजी अस्पतालों को कोविड-19 अस्पताल में परिवर्तित करने का भी निर्देश दिया है।
मुख्यमंत्री के बड़े फैसले को जन जन तक पहुंचाने के लिए जिलाधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि वो आम जनों तक रविवार पूणतः बंदी, बिना मास्क पर भारी जुर्माना आदि सम्बन्धित जनाकारी पहुंचाएं।