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ज़ियाउद्दीन प्रकरण में NHRC में दर्ज कराई गई शिकायत दर्ज – पुलिस की बढ़ी मुश्किलें

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अम्बेडकरनगर: पुलिस हिरासत में टार्चर के बाद हुई ज़ियाउद्दीन की मृत्यु के मामले में सामाजिक कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग में वाद दायर करने की अपील किया है तथा शीघ्र सुनवाई कर आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही व पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने की मांग किया है।
जनपद की स्वाट टीम द्वारा आजमगढ़ के थाना पवई निवासी 36 वर्षीय ज़ियाउद्दीन को पूंछतांछ के नाम पर हिरासत में लेकर अवैध धन की मांग की गई और समय से मांगे गए तीन लाख रुपये ना देने पर काफी टार्चर किया गया तथा ज़ियाउद्दीन को बिजली के हीटर पे पेशाब करने के लिए मजबूर किया गया जिसके कारण उसका स्वास्थ्य काफी खराब हो गया जिसके बाद स्वाट टीम जे सदस्य द्वारा ही मजबूरन जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां ज़ियाउद्दीन की शुक्रवार को मौत हो गई। जनपद में काफी सक्रिय सामाजिक व मानवाधिकार कार्यकर्ता मनोज कुमार सिंह ने उक्त शिकायत राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग में करते हुए शीघ्र सुनवाई कर आरोपियों पर सख्त कार्यवाही व पीड़ित परिजनों को आर्थिक सहायता देने की मांग की गई है। इसी तरह रिहाई मंच से जुटे मानवाधिकार कार्यकर्ता ज़ाकिर अली त्यागी ने भी राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग को पत्र लिखकर दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की मांग किया है।
आपको बताते चलेंकि पुलिस कप्तान आलोक प्रियदर्शी के नेतृत्व में स्वाट टीम की दो यूनिट काम कर रही थी जिन्हें क्रमशा ‘ए’ और ‘बी’ टीम का नाम दिया गया था। ‘बी’ टीम के प्रभारी देवेंद्र पाल सिंह अपने कार्यक्षेत्र से बाहर जाकर आजमगढ़ के पवई थाना से ज़ियाउद्दीन को फरार चल रहे एक आरोपी के सम्बंध में पूंछ तांछ के लिए लाए थे और फिर दो दिन बाद रिहा करने के नाम पर उनके परिजनों से तीन लाख रुपये की मांग किया था। परिजन कुछ समझ लेते कि जियाद्दीन की मृत्यु का समाचार मिल गया। मृतक एआईएमआईएम के प्रदेश अध्यक्ष शौकत अली का रिश्तेदार बताया जाता है। एआईएमआईएम के काफी हंगामे के बाद पुलिस कप्तान ने स्वाट टीम की ‘बी’ यूनिट प्रभारी सहित आठ पुलिस कर्मियों को सडपेंड कर दिया तथा सभी आरोपियों के खिलाफ अकबरपुर कोतवाली में अपहरण व हत्या का मुकदमा दर्ज कराया हालांकि सभी आरोपी पुलिस की गिरफ़्त से दूर हैं। चर्चा है कि स्वाट टीम प्रभारी रहे देवेंद्र पाल सिंह के मोबाइल की कॉल डिटेल निकाली जाए तो कई बड़े अधिकारी भी ज़द में आएंगे। मानवाधिकार कार्यकर्तओं ने राष्ट्रीय मानवाधिकार में शिकायत दर्ज कराकर पुलिस की मुश्किलें काफी बढ़ा दिया है।
मानवाधिकार कार्यकर्ता मनोज कुमार सिंह द्वारा राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग में दर्ज कराई गई शिकायत का नम्बर 717/IN/2021 व ज़ाकिर अली त्यागी द्वारा राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग में दर्ज कराई गई शिकायत का नंबर 4617/IN/2021 है। उक्त शिकायतों पर शीघ्र नोटिस जारी होने की संभावना प्रकट की जा रही है।

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