अम्बेडकरनगर: रूहानी इलाज के लिए विश्व विख्यात सूफी संत सैय्यद मखदूम अशरफ जहांगीर सिम्नानी अशरफ नूर बक्शी रहमतुल्लाह अलैह के सहने आस्ताने पर पीरज़ादगान इंतेजामिया कमेटी और खानवादे अशरफिया की तरफ से आबरू ए अशरफ़ियत कायदे मिल्लत सैय्यद निजाम अशरफ रहमतुल्लाह अलैहि के लिए एक ताजीयाती और इसाले सबाब के लिए दुआख्वानी का आयोजन किया गया । जिसमें खानवादे अशरफिया के सभी लोग मौजूद रहे। इसके अलावा खुद्दाम, मुजावर आस्ताना व फोखरा मौजूद रहे। जलसे की निज़ामत मौलाना सैय्यद नजमुद्दीन अशरफ ने किया। निजामत करते हुए उन्होंने कहा कि सैय्यद निजाम अशरफ कई खूबियों के मालिक थे और पीरजादा इंतजामिया कमेटी उन्होंने बनाई थी वह फोखरा, मुजाविर,खुद्दाम मखदूमजादे सब के सरपरस्त थे। उन्होंने मैं को हम में तब्दील करने की कोशिश करते हुए खानदान अशरफिया को एक धागे में पिरोने का काम किया।
उक्त मौके पर सैय्यद निजाम अशरफ के पुत्र सैय्यद सुल्तान अशरफ उर्फ फ़ारुख मियां, साहिबे सज्जादा सैय्यद मोईन अशरफ (मोईन मियां), कायदे मिल्लत सैय्यद हाशमी मियां, सैय्यद जामी अशरफ, सैय्यद आरिफ अशरफ, मौलाना अनीस अशरफ, मौलाना कासिम, आले मुस्तफा (छोटे बाबू, सैय्यद अजीज अशरफ, सैय्यद शादाब हैदर, सैय्यद खलीक अशरफ, सैय्यद मिन्हाज़ अशरफ, शेखू मियां, जवेद अशरफ, फैसल अशरफ, हुजैफा अशरफ, सुहैल अशरफ आदि सहित खानवादे अशरफिया लोग मौजूद रहे।