अम्बेडकरनगर: टाण्डा नगर की गंगा जमुनी तहज़ीब को बिगाड़ने की कोशिश करने के उद्देश्य से राममंदिर समर्पण निधि में चंदा देने की भ्रामक खबर चलवाई गई थी जबकि राम मंदिर निर्माण में ना तो चन्दा दिया गया है और ना ही बाबर को लुटेरा कहा गया है और ना ही राम मेरे आदर्श हैं।
उक्त बातें मदरसा कंजुल उलूम के प्रबंधक तुफैल अख़्तर ने सूचना न्यूज़ के सवाल का जवाब देते हुए कहा। उक्त बातें उन्होंने जमीयतुल उलेमा अम्बेडकरनगर के जरनल सेक्रेटरी मुफ़्ती मौलाना महबुबुर्रहमान के समक्ष कहा।
उन्होंने कहा कि कि 01 मार्च की शाम लगभग 7 बजे मैं अपने सहयोगी निहाल अहमद, फ़ैज़ अहमद, मोहम्मद अरशद, महफूज़ अख्तर के साथ गंगा जमुनी तहजीब को मजबूत बनाने के उद्देश से अपने मित्र संतोष श्रोवास्तव के आवास पर चर्चा कर रहा था जहां पहुंचे स्थानीय विधायक प्रतिनिधि श्याम बाबू गुप्ता भी आ गए और आपस में क्षेत्र का माहौल बेहतर बनाने के विषय पर चर्चा होने लगी और इस दौरान हमारे मित्र संतोष श्रोवास्तव ने राम मंदिर निर्माण में चन्दा दिया जिसका फ़ोटो भी खींचा गया लेकिन उक्त फ़ोटो को सोशल मीडिया व कुछ समाचार पोर्टल व अखबारों में गलत ढंग से पेश करते हुए अल्पसंख्यकों की तरफ से राममंदिर निर्माण में चंदा देने की भ्रामक खबर चलाई गई जो कि आपसी सौहार्द को बिगाड़ने का प्रयास मात्र था। श्री तुफैल अख़्तर व संतोष श्रीवास्तव सहित अन्य लोगों ने भी उक्त बातों की पुष्टि किया और स्पष्ट किया कि राममंदिर निर्माण में अल्पसंख्यकों की तरफ से कोई चन्दा नहीं दिया गया है और ना ही बाबर को लूटेरा कहा गया है।
जमीयतुल उलेमा जनपद अम्बेडकरनगर के जरनल सेक्रेटरी मौलाना मुफ़्ती महबुबुर्रहमान ने कहा कि मुस्लिम समाज हज़रत मोहम्मद साहब को अपना आदर्श मानता है लेकिन जिस तरह से भ्रामक खबर चलवाई गई है वो बहुत ही निंदनीय है।