बलिया (अखिलेश सैनी) नहीं थम रहा मुस्लिम समुदाय में तीन तलाक का मामला। ताजा माला गड़वार थाने के सिकरियकला गांव का है जहाँ नाजिश के पति ने फोन पर ही तीन तलाक दे डाला और महिला अपनी मासूम बच्ची को गोद मे लिए अब दर-दर भटक, शासन और प्रशासन से न्याय की गुहार लगा रही है। बलिया पुलिस अधीक्षक कार्यालय के प्रांगण में रोती-बिलखती एक मासूम बच्ची को गोद मे लिए यह मुस्लिम महिला नाजिश बेगम है जो बलिया एसपी से न्याय की गुहार लगाने आयी है। महिला का आरोप है कि ससुराल वाले दहेज के लिए प्रताड़ित करते हैं और पति हमे और हमारी बच्ची को छोड़ कर विदेश कतर चला गया है। पीड़ित महिला का आरोप है कि पति हमारी बात नही सुनता और एक दिन फोन पर ही हमे धमकियां देते हुए तीन बार तलाक-तलाक-तलाक बोलते हुए तलाक देने की बात कह डाली। जिसकी शिकायत लेकर बलिया एसपी की है।
गड़वार थाना अंतर्गत सिकरिया कला गांव की रहने वाली नाजिश के मुताबिक उनकी शादी 2018 के फरवरी महीने में मऊ के ढिलाई फ़िरोजपुर गांव के कुतुबुद्दीन उस्मानी के साथ हुई। आरोप है कि 3 महीने साथ रहने के बाद पति विदेश क़तर चला गया उसके बाद ससुराल वालों ने परेशान करना शुरू कर दिया यही नही बताया ससुराल में ननद का लड़का हमेशा छेड़खानी और जबरजस्ती करने का प्रयास करता रहा। जिसकी शिकायत पति से करने पर उल्टा हमे ही फोन पर धमकियां देने लगा और फोन पर ही तीन बार तलाक-तलाक-तलाक बोल कर तलाक देने की बात कही।
इस मामले को लेकर पीड़ित नाजिश बलिया अपने माईके आ गयी और स्थानीय थाने में गुहार लगाई, जहा उसकी एक न सुनी गई। तीन तलाक की शिकार पीड़ित नाजिश अपनी मासूम बेटी को लेकर बलिया पुलिस अधीक्षक से न्याय की गुहार लगाने आयी है। नाजिश का कहना है मैं अपने पति के साथ हंसी खुशी रहना चाहती हूं। वही इस मामले पर बलिया एएसपी संजय कुमार ने बताया कि एक महिला ने अपने ससुराल वालों पर परेशान करने का आरोप लगाया है इसके लिए महिला थाना अध्यक्ष को निर्देशित कर जांच करने और दोषी पाए जाने पर अभियोग दर्ज कर कार्रवाई करने की बात कही।