अम्बेडकरनगर: गैर जनपदों व प्रांतों से आने वालों का सिलसिला लगातार जारी है और प्रशासनिक अमला एक-एक व्यक्तियों की जानकारियां निकाल कर उन्हें क्वारन्टीन सेंटर भेजने का काम भी कर रहा है लेकिन जिन्हें गैर जनपदों से आए हुए 28 दिन पूरा हो चुका है उन्हें क्वारन्टीन सेंटर भेजे जाने से परिजनों में आक्रोश व्याप्त है हालांकि सीएमओ का दावा है कि 14 दिन पूरा करने वालों को क्वारन्टीन सेंटर नहीं भेजा जा रहा है। दूसरी तरफ गुड़गांव से एक पिकअप पर आ रहे आधा दर्जन लोगों को इब्राहिमपुर सीमा के पास रोककर क्वारन्टीन सेंटर भेजा गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार इब्राहिमपुर थानाक्षेत्र के अंसारगंज इल्तिफ़ातगंज निवासी अब्दुल बासित पुत्र अब्दुल बातिन, मो.उसामा पुत्र अब्दुल बातिन, तौसीफ अहमद पुत्र तौफीक अहमद गत 27 मार्च को सहारनपुर से अपने घर आये थे तथा उन लोगों ने अपने घरों और रहकर 14 दिनों का होम क्वारन्टाइन समय भी पूरा किया हुआ था लेकिन रविवार को अचानक पहुंची एक टीम ने सभी को जिला मुख्यालय पर बने क्वारन्टीन सेंटर पर ले जाया गया हालांकि उक्त लोगों द्वारा 27 मार्च को आने का सबूत भी दिखाया गया मगर मौजूद स्वास्थ्य विभाग की टीम कुछ भी सुनने को तैयार नहीं हुई। उक्त प्रकरण ओर जब मुख्य चिकित्साधिकारी अशोक कुमार से वार्ता की गई तो उन्होंने स्पष्ट कहा कि अगर किसी को गैर जनपद या प्रांत से आये हुए 14 दिनों से अधिक हो गए हैं तो ऐसे लोगों को क्वारन्टीन सेंटर भेजमे का औचित्य ही नहीं होता है। परिजनों के अनुसार गत 27 मार्च को सहारनपुर से अब्दुल बासित पुत्र अब्दुल बातिन, मो.उसामा पुत्र अब्दुल बातिन, तौसीफ अहमद पुत्र तौफीक अहमद आए थे जिनका सबूत भी मौजूद है तथा गत 28 दिनों में किसी को बुखार, खांसी आदि भी नहीं हुआ है। बड़ा सवाल ये उठता है कि जब स्वास्थ विभाग के मुखिया स्पष्ट करते हैं कि 14 दिनों पूर्व आये लोगों को क्वारन्टीन सेंटर नहीं भेजा जाएगा तो फिर 28 दिनों का समय अपने घरों पर बिता चुके लोगों को क्वारन्टीन सेंटर में किस के निर्देश पर भेजा जा रहा है। फिलहाल आक्रोशित परिजनों द्वारा उक्त सवाल उठाया जा रहा है लेकिन जवाब देने वाला कोई भी नहीं है।
दूसरी तरफ इब्राहिमपुर थाना की सीमा में एक पिकअप पर सवार होकर गुड़गांव से आये पवन कुमार, विपिन, संगम, धर्मवीर, शिवशंकर, अनिल कुमार समस्त निवासीगण बुकिया थाना बसखारी को सीओ अमर बहादुर ने थानाध्यक्ष संजय सिंह के सहयोग से जिला अस्पताल भेजा जहां से सभी को क्वारन्टीन सेंटर भेजा गया।