अम्बेडकरनगर: पवित्र सरयू तट स्थित प्राचीन औद्योगिक नगरी टाण्डा के सरस्वती शिशु मंदिर विद्यालय में श्री केंद्रीय दुर्गा पूजा महासमिति की बैठक मंगलवार देर रात्रि में सम्पन्न हुई जिसमें महासमिति ने सभी समितियों से कोविड 19 के प्रोटोकॉल का पालन करने एवं शासन द्वारा जारी गाइड लाइन कर तहत ही प्रतिमा स्थापित करने की अपील किया। बुधवार को महासमिति ने उपजिलाधिकारी को तीन पृष्ठ पर आधारित 15 सूत्रीय ज्ञापन देते हुए नवरात्र, दुर्गापूजा व दशहरा पर्व को सकुशल सम्पन्न करने के लिए पूर्व वर्षों की तरह व्यवस्था करने की मांग किया।
आपको बताते चलेंकि आगमी 17 अक्टूबर से श्री दुर्गा पूजा महोत्सव प्रारम्भ हो रहा है जो 26 अक्टूबर तक जारी रहेगा। 24 अक्टूबर को हवनोपरांत हनुमान गढ़ी व राजघाट पर कलश विसर्जन होगा। शासन द्वारा जारी गाइड लाइन के अनुसार गलियों, सड़को की पटरियों पर पंडाल बनाने की अनुमति नहीं दी गई है। उक्त सम्बन्ध में सरस्वती शिशु मंदिर के प्रांगण में श्री केंद्रीय दुर्गा पूजा महासमिति के बैनर पर अन्य समितियों के पदाधिकारियों के साथ बैठक हुई। महासमिति के अध्यक्ष विशाल मांझी व महासचिव दिनेश मौर्य ने संयुक्त रूप से सूचना न्यूज़ टीम को बताया कि सभी समितियों को निर्देशित किया गया है कि पण्डाल लगाने से पूर्व स्थानीय प्रशासन को प्रार्थना पत्र दे कर अनुमति अवश्य ले लें। अनुमति के उपरांत पंडालों में शासन द्वारा जारी गाइड लाइन का पूर्णतः पालन अवश्य कराएं।
महासमिति द्वारा उपजिलाधिकारी अभिषेक पाठक को दिए गए 15 सूत्रीय ज्ञापन में मांग की गई है कि 17 अक्टूबर से 26 अक्टूबर शाम 5 बजे तक क्षेत्र को बिजली कटौती से मुक्त रखा जाए और निर्बाध बिजली सप्लाई के लिए 10 अतिरिक्त मोबाइल ट्रांसफार्मर की भी व्यवस्था विभाग द्वारा सुनिश्चित कराई जाए। राजघाट विसर्जन स्थल पर प्रतिमाओं के विसर्जन के लिए पूर्व की तरह व्यवस्था कराई जाए और प्रत्येक पंडालोंके आसपास साफ सफाई व चूने का छिड़काव प्रतिदिन कराया जाए। नवरात्र पर्व के दौरान नगर क्षेत्र में बड़े वाहनों के प्रवेश पर पूरी तरह पाबन्दी लगाने की मांग के साथ अतिरिक्त सुरक्षा की भी मांग की गई है।
श्री केंद्रीय दुर्गा पूजा महासमिति टाण्डा की बैठक सम्पन्न – गाइड लाइन को पालन करने की अपील
