अम्बेडकरनगर: टाण्डा नगर पालिका के वाणिज्य कर विभाग द्वारा जारी की गई आर.सी मात्र मामूली त्रुटि का नतीजा है जबकि नगर पालिका प्रशासन पहले ही सभी करों का भुगतान कर चुकी है जिसकी पावती भी मौजूद है। नगर पालिका ने आरसी के ख़िलाफ़ अपील भी किया है तथा शीघ्र ही आरसी पर स्टे मिल जाएगा।
उक्त बातें नगर पालिका परिषद टाण्डा के अधिशाषी अधिकारी मनोज कुमार सिंह ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा। श्री सिंह का बयान उस समय आया है जब टाण्डा तहसील प्रशासन ने वसूली में देरी होते देख नगर पालिका का अतिमहत्वपूर्ण एक बैंक खाता सीज़ कर दिया है। ईओ श्री सिंह ने बताया कि नगर पालिका प्रशासन द्वारा सभी करों को समय से वाणिज्य कर विभाग में जमा कराया गया है। उन्होंने दावा किया कि 2015-16 के जिस बकाये राशि पर आर.सी निर्गत की गई है उस मद में ही 2016 में नगर पालिका प्रशासन द्वारा 78 लाख 1574 रुपया जमा कराया गया है जिसके भुगतान की पावती नगर पालिका प्रशासन के पास मौजूद है लेकिन मामूली लिपिकीय त्रुटि के कारण वाणिज्य कर विभाग द्वारा आर.सी निर्गत की गई जिसके खिलाफ अपील की गई है। उन्होंने दावा किया कि अपील स्वीकार भी हो गई है तथा एक-दो दिन में ही आर.सी पर स्टे भी मिल जाएगा। बैंक खाता सीज़ होने पर ईओ श्री सिंह ने कहा कि जिस पैसों की आरसी कर वसूली की जा रही है वो तो हमारे विभाग द्वारा अपले ही जमा कराया जा चुका है इसलिए सीज़ बैंक खाता जल्द ही बहाल हो जाएगा। आपको याद दिलाते चलेंकि नगर पालिका टाण्डा पर व्यापार कर का 45 लखा 50 हज़ार बकाए का आरोप है जिसकी आरसी जारी होने के बाद तहसील प्रशासन द्वारा वसूली के लिए लगतार दबाव बनाया जा रहा है और इसी क्रम में ही उप जिलाधिकारी टाण्डा द्वारा नगर पालिका का अतिमहत्वपूर्ण बैंक खाता सीज़ भी किया जा चुका है। टाण्डा तहसीलदार संतोष कुमार ओझा ने स्पष्ट रूप से कहा कि बकायेदार चाहे जो भी होगा उससे उसूली की जाएगा और ना नुकुर करने वालों के खिलाफ सख़्त वैधानिक कार्यवाही भी की जाएगी।
बहरहाल तहसील प्रशासन आर.सी के आधार पर नगर पालिका पर लगातार वसूली का दबाव बनाए हुए है जबकि खाता सीज़ होने के बाद नगर पालिका ईओ ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए दावा किया कि नगर पालिका किसी तरह से बकायेदार नहीं है तथा मामूली त्रुटि के कारण जो मामला फंसा हुआ यह उसे भी शीघ्र हल कर लिया जायेगा।