बलिया (नवल जी) भाजपा सरकार अपने वादों में फेल होने के कारण लोगों को मुद्दों को भटकने के लिए गंगा यात्रा के नाम पर करोड़ों रुपए खर्च कर रही है तथा CAA व NRC जैसे नए मुद्दों को उठा कर कानून व्यवस्था को खराब कर दिया है।
उक्त बातें सपा नेता प्रतिपक्ष राम गोविन्द चौधरी ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा। श्री चौधरी सपा के नवनियुक्त जिलाध्यक्ष द्वारा जिला कार्यालय पर आयोजित वरिष्ठ कार्यकर्ताओं के सम्मान कार्यक्रम में भाग लेने आए थे। सम्मान कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में आए नेता प्रतिपक्ष श्री चौधरी ने कहा कि भाजपा ने अपने वादों में से मात्र धारा 370 का वादा पूरा किया लेकिन उससे आम लोगों को कोई लाभ नहीं मिला। उन्होंने कहा कि करोड़ों रुपये गंगा यात्रा के नाम पर खर्च कर भाजपा सरकार बेरोजगारी जैसे बड़े मुद्दों से लोगों को भटकना चाहती है तथा एनआरसी व सीएए जैसे नए मुद्दों को छेड़ कर लोगों को भ्रमित कर रही है। प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवालिया निशान लगते हुए श्री चौधरी ने कहा कि सरकार महिलाओं की सुरक्षा नहीं कर पा रही है, लूट डकैती व हत्याओं से पूरा प्रदेश में आराजकता का माहौल बना हुआ है लेकिन सरकार वास्तविक मुद्दों को डर किनारा कर नित नए मुद्दों को सामने लाकर विशेष कर युवाओं को भ्रमित कर रही है। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामगोविद चौधरी ने कहा कि भ्रष्टाचार व आपराधिक मामलों में देश में प्रदेश का पहला व विश्व में भारत का पांचवां स्थान हो गया है। इतना ही नही महंगाई, भ्रष्टाचार व बेरोजगारी से युवा जूझ रहे हैं। सरकार कोई भी कार्य जनहित में नहीं कर रही है।
समाजवादी पार्टी कार्यालय में बुधवार को आयोजित प्रेसवार्ता में नेता प्रतिपक्ष रामगोविद चौधरी ने कहा कि जनपद में कोई भी विकास कार्य अभी तक नहीं हुआ है। यह सरकार केवल बड़े उद्योगपतियों की सरकार है और किसानों का शोषण कर रही है। यह आरोप लगाया कि गंगा यात्रा के नाम पर करोड़ों का घोटाला हुआ है। कार्ययोजना गंगा सफाई की है, जिस पर कोई भी कार्य नहीं हो रहा है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि देश को आजादी दिलाने में भाजपा का कोई योगदान नहीं रहा। सपा पार्टी देशभक्तों की है। सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ हमारा आंदोलन चलता रहेगा। जब तक सीएए वापस नहीं होगा व भाजपा पार्टी की विदाई नहीं हो जाती तब तक हम संघर्ष करते रहेंगे।
नेता प्रतिपक्ष ने गँगा यात्रा पर किया जमकर कटाक्ष-NRC व CAA को कहा कि—
