अम्बेडकरनगर: उर्दू अदब के क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करने वाले टाण्डा निवासी अनीकुज्जमा उर्फ रविश फ़ैज़ी का इंतेक़ाल हो गया है जिनकी मिट्टी सोमवार रात्रि 10 बजे होगी।
औद्योगिक बुनकर नगरी टाण्डा के मोहल्लाह मीरानपुरा निवासी प्रसिद्ध उस्तादुल शोअरा अनीकुज्जमा उर्फ रविश फ़ैज़ी का सोमवार को इंतेक़ाल हो गया है जिनकी मिट्टी मीरानपुरा कब्रिस्तान में सोमवार की रात्रि 10 बजे होगी।
लगभग 70 वर्षीय रविश फ़ैज़ी की उर्दू भाषा पर जबरदस्त पकड़ थी और उनके सानिध्य में कई लोगों ने शेअर व शायरी करना सीखा है। काफी सीधे व सरल स्वाभाव के श्री रविश अस्वस्थ चल रहे थे। श्री रविश फ़ैज़ी की काफी ग़ज़लें, नज़्में, नात पाक आदि कई प्रसिद्ध किताबों में लगातार छपती रही। सोमवार लगभग को लगभग 12 बजे उन्होंने फानी दुनिया से अलविदा कह दिया जिससे उर्दू अदब के क्षेत्र को जबरदस्त झटका लगा और उर्दू अदब से जुड़े लोग शोक संवेदना प्रकट करते नज़र आ रहे हैं।