लखनऊ : उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के चुनावी रंग में नेता से लेकर वोटर तक अब रगते जा रहे है।.ये चुनावी रंग इस कदर चढ़ रहा है कि फागुन महीने का रंग फीका हो गया है। ये चुनावी रंग हाथों से नहीं बल्कि बयानबाजी से लग रहा है। वैसे इस चुनावी का रंग का पता दस मार्च को चलेगा जब चुनाव परिणाम आयेंगे।
समाजवादी पार्टी के मुखिया व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव खुद मैनपुरी जिले की करहल विधानसभा के चुनावी अखाड़े में उतरकर दंगल लड़ने के लिए ताल ठोक रहे हैं,तो वहीं भगवा खेमे ने चुनावी अखाड़े में केंद्र सरकार में राज्यमंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल को अखिलेश यादव से चुनावी दंगल लड़ने के लिए उतारा है।अभी तक घोषित विधानसभाओं में कई ऐसी भी हैं जिस पर पूरा देश टकटकी लगाए हुए हैं।इस बार विधानसभा चुनाव के लिए सबसे गर्म सीट मानी जा रही है।
नंबर एक: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने गढ़ गोरखपुर विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं। बाबा गोरखनाथ की धरती पर सीएम योगी के खिलाफ आजाद समाज पार्टी और भीम आर्मी के मुखिया चंद्रशेखर आजाद ने ताल ठोकी है।अभी कांग्रेस और सपा का प्रत्याशी यहां से घोषित नहीं हुआ है।
नंबर दो: मैनपुरी जिले की करहल विधानसभा सीट अब चर्चा में है। यहां से सपा मुखिया अखिलेश यादव चुनाव लड़ रहे हैं। अखिलेश यादव के खिलाफ भाजपा ने केंद्रीय राज्यमंत्री और एक सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के खास रहे प्रो. एसपी सिंह बघेल को मैदान में उतारा है। बघेल मुलायम सिंह के पीएसओ भी रह चुके हैं।
नंबर तीन: उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य कौशांबी जिले की सिराथू से विधानसभा से चुनाव लड़ रहे हैं।केशव के खिलाफ बसपा ने संतोष त्रिपाठी को प्रत्याशी बनाया है। सपा ने आनंद मोहन को प्रत्याशी बनाया है।इस विधानसभा में पटेल मतदाताओं की भूमिका काफी निर्णायक है। ऐसे में केशव प्रसाद मौर्य के सामने ये बड़ी चुनौती होगी।
नंबर चार: लगभग दो साल से जेल में बंद सपा के वरिष्ठ नेता व लोकसभा सांसद आजम खान को सपा ने रामपुर से प्रत्याशी बनाया है।आजम के खिलाफ 103 मुकदमे दर्ज हैं।आजम लगातार जमानत के लिए कोशिश कर रहे हैं,लेकिन अभी तक जमानत नहीं मिली है। माना जा रहा है कि आजम जेल से चुनाव लड़ेंगे।आजम के खिलाफ भाजपा ने आकाश सक्सेना उर्फ हनी को टिकट दिया है। बसपा ने यहां से सदाकत हुसैन और कांग्रेस ने काजिम अली खान को प्रत्याशी बनाया है।
नम्बर पांच: पश्चिमी उत्तर प्रदेश की कैराना सबसे सबसे गर्म विधानसभा सीट मानी जाती है।सपा ने अपने विधायक नाहिद हसन को
यहां फिर से चुनावी मैदान में उतारा है।कैराना से हिंदुओं के पलायन कराने का आरोप नाहिद पर लगा है।नाहिद को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। भाजपा ने यहां से मृगांका सिंह और बसपा ने राजेंद्र सिंह उपाध्याय को प्रत्याशी बनाया है।कांग्रेस ने हाजी अखलाक को प्रत्याशी बनाया हैं।
नंबर छह: सहारनपुर जिले की नकुड़ विधानसभा सीट इस बार चर्चा में है।भाजपा के बागी मंत्री धर्म सिंह सैनी यहां से सपा के प्रत्याशी है।सैनी ने कुछ समय पहले ही मंत्री पद और भाजपा छोड़कर सपा में शामिल हुए है।भाजपा ने यहां से मुकेश चौधरी को प्रत्याशी बनाया है।बसपा ने साहिल खान और कांग्रेस से रणधीर सिंह प्रत्याशी है।
नंबर सात: अपने बयानों से हमेशा चर्चा में रहने वाले भाजपा विधायक संगीत सोम एक फिर सरधना विधानसभा से चुनाव लड़ रहे है। सपा से अतुल और बसपा से संजीव कुमार धामा प्रत्याशी हैं। कांग्रेस से सैयद रैनुद्दीन प्रत्याशी है।
नंबर आठ: सपा ने पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान के बेटे अब्दुल्ला आजम को यहां से प्रत्याशी बनाया है।भाजपा ने यह सीट अपने गठबंधन की पार्टी अपना दल एस को दी है।अपना दल से यहां हैदर अली प्रत्याशी हैं।अब्दुल्ला आजम भी पिछले दो साल से जेल में थे और हाल ही में उन्हें जमानत मिली है। अब्दुल्ला लगातार खुद और पिता की जान को खतरा बता रहे हैं।
नंबर नौ: आगरा ग्रामीण विधानसभा सीट इस बार चर्चा में है। भाजपा से यहां से बेबीरानी मौर्या प्रत्याशी हैं।बेबीरानी उत्तराखंड की राज्यपाल थीं और कुछ समय पहले ही भाजपा ने उन्हें वापस संगठन की जिम्मेदारी दे दी।सपा-रालोद गठबंधन से महेश कुमार जाटव यहां से प्रत्याशी हैं।बसपा से किरण प्रभा केसरी और कांग्रेस से उपेंद्र सिंह प्रत्याशी हैं।
नंबर दस: पूर्वांचल के मऊ जिले की घोसी विधानसभा सीट चर्चा में है।घोसी से पूर्व मंत्री दारा सिंह चौहान को सपा ने प्रत्याशी बनाया है।चौहान हाल ही में योगी कैबिनेट और भाजपा छोड़कर सपा में शामिल हुए हैं।भाजपा, बसपा और कांग्रेस से अभी यहां कोई प्रत्याशी नहीं है।माना जा रहा है कि भाजपा फिर से विजय राजभर को टिकट दे सकती है।विजय यहां से भाजपा के विधायक हैं।
नंबर ग्यारह: इटावा जिले की जसवंतनगर विधानसभा सीट चर्चा में रहती है।यहां से सपा मुखिया अखिलेश यादव ने अपने चाचा और प्रगतिशील समाज पार्टी के मुखिया शिवपाल सिंह यादव को मैदान में उतारा है। 2017 में हुए मनमुटाव के बाद अब चाचा और भतीजे के बीच काफी कुछ ठीक होता नजर आ रहा है।भाजपा से यहां विवेक शाक्य प्रत्याशी है। बसपा से ब्रजेंद्र प्रताप सिंह प्रत्याशी हैं।