अम्बेडकरनगर: शासन के निर्देश पर मार्च माह के तृतीय मंगलवार को सभी तहसील मुख्यालयों पर पूर्व की तरह सम्पूर्ण समाधान दिवस का आयोजन किया गया जहां पीड़ितों की फरियाद सुन अधिकारी उसका हल भी निकालते नज़र आए।
तहसील मुख्यालयों पर आयोजित सम्पूर्ण समाधान दिवस में कुछ एक अधिकारियों को कोरोना वायरस पर चर्चा करते तो देखा गया लेकिन अपनी शिकायतों को लेकर अधिकारियों के समक्ष आए फरियादी कोरोना वायरस की बहस से काफी दूर निकल कर मात्र अपनी समस्या हल कराने की चिंता में लगे हुए थे। गत दिनों की तरह ही आयोजित सम्पूर्ण समाधान दिवस में फरियादियों की संख्या तनिक कम नहीं नज़र आई। जलालपुर में जिला स्तरीय कार्यक्रम आयोजित रहा जहां जिलाधिकारी राकेश कुमार मिश्र स्वयं सैकड़ों पीड़ितों की फरियाद सुन रहे थे। जिलाधिकारी के पास बैठे मुख्य विकास अधिकारी अनूप कुमार श्रीवास्तव ही मात्र मास्क लगाए नज़र आये जबकि मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ.अशोक कुमार भी बिना मास्क लगाए ही जनसुनवाई कर रहे रहे। जलालपुर में जहां 203 मामले आए वहीं अकबरपुर में 127, टाण्डा में 81, भीटी में 90 व आलापुर में 90 मामले आये जिसने क्रमश 10, 06, 07, 06 व 07 मामलों का मौके पर निस्तारण भी किया गया।
कोरोना वायरस बड़ी महामारी घोषित होने के बाद से सार्वजनिक स्थानों पर होने वाले सभी कार्यक्रमों व आयोजनों पर सरकार की तरफ से पाबंदी लगाई गई है यहां तक विद्यलाओं, कोंचिंग सेंटरों, टाकिजों, मॉलों आदि को बंद कर दिया गया है लेकिन सम्पूर्ण संधान दिवस जैसे कार्यक्रमों पर सरकार की ट्राफी से कोई दिशा निर्देश नहीँ आया जहां सैकड़ों अधिकारियों कर्मचारियों सहित वादकारियों का बड़ा जमावड़ा रहा।
बहरहाल पूर्व की तरह सम्पूर्ण समाधान दिवस सभी तहसील मुख्यलाओं के सभागारों में सम्पन्न हुआ लेकिन कोरोना वायरस को लेकर जहां सावधानियां बरती जाने थी वहां बड़ी लापरवाहियां नज़र आई जो चर्चा का विषय बनी रही।
अम्बेडकरनगर में सक्रिय शिक्षा माफिया रैकेट का काजलड होगा खुलसा-