अम्बेडकरनगर (रिपोर्ट: आलम खान एडिटर) नगर पालिका परिषद द्वारा गत दिनों पांच करोड़ से अधिक की लगात के निर्माण कार्यों का टेण्डर आमंत्रित किया गया था जिसे कई चक्रों में स्थगित करते हुए आखिरकार टेंडर कराया गया जिसकी टेक्निकल जांच जारी है।
सूचना न्यूज़ टीम द्वारा पोल खोल अभियान के तहत आमंत्रित कार्यों की स्थलीय जांच पड़ताल की जा रही है जिसमें वार्ड संख्या 05 मुबारकपुर उत्तरी में साजन मोदनवाल व पिंटू जायसवाल के मकान से शंकर जी की मंदिर तक नाले का निर्माण व आरसीसी पटिया का निर्माण कार्य होना है लेकिन स्थानीय लोगों द्वारा ही प्रार्थना पत्र देते हुए बताया गया कि उक्त नाला की मात्र पांच पटिया टूटी है जिसके लिए नगर पालिका प्रशासन 23 लाख से अधिक की रकम खर्च करने को तैयार है। उक्त समाचार के बाद अब सूचना न्यूज़ टीम द्वारा नगर पालिका द्वारा आमंत्रित उक्त निविदाओं में ओवर स्टिमेटिंग की पोल खोली जा रही है।
पूर्व में डूडा द्वारा जिन स्थलों का निर्माण कार्य कराया जा चुका है उसी मार्ग पर अब नगर पालिका परिषद पुनः निर्माण कराने का टेंडर कराया है।
मामला वार्ड संख्या 07 तलवापार में हमीद के मकान से सकलैन के मकान तक रिटर्निंग वाला, नाली व इंटरलाकिंग का निर्माण कार्य की निविदा आमंत्रित की गई है जबकि उक्त मार्ग पर रिटर्निंग वाल, नाली बानी हुई है। उक्त मार्ग के कुछ हिस्से पर भूमि विवाद होने से रास्ता बन नहीं सका था और उसके बाद के मार्ग पर रिटर्निंग वाल, नाली व पुराना खड़ंजा लगा हुआ है जिस पर पानी की पाइप लाइन डाले जाने से केवल खड़ंजा उखड़ गया है।
जबकि अन्य पूरे मार्ग पर इंटरलॉकिंग व नाली बनी हुई है जिसका पूरा कार्य डूडा द्वारा कराया गया था और विवादित भूमि के बाद का हिस्सा नगर पालिका द्वारा निर्मित कराया गया था जिसमे मिट्टी पटाई, रिटर्निंग वाल व नाली पुख्ता बनी हुई है। उक्त पूरे मार्ग के मात्र चन्द भाग में खराब खड़ंजा की मरमत कर सुधार करने मात्र की ही आवश्यकता है लेकिन अवर अभियंता की रिपोर्ट पर उक्त पूरे मार्ग का टेंडर 22 लाख से अधिक की लागत पर आमंत्रित किया गया है। उक्त निर्माण कार्य से आवश्यक उसी स्थान के पास मौजूद नाला का निर्माण आवश्यक था जो कच्चा व खुला हुआ है जिससे स्थानीय लोगों को काफी मुश्किलों का ही सामना नहीं करन पड़ रहा है बल्कि संचारी रोग को भी बढ़ावा मिल रहा है। उक्त नाला निर्माण को नज़र अंदाज़ कर ओवर स्टिमेटिंग में डूडा द्वारा निर्मित नाली व इंटरलाकिंग बनवाना कदापि उचित नहीं है।
उक्त आमंत्रित निविदा में तारिक के मकान से नाला तक नाली व इंटरलाकिंग का निर्माण कार्य कार्य जाना भी आवश्यक अवश्य है जो मात्र लगभग 20 मीटर से अधिक नहीं है।
उक्त वार्ड में कई निर्माण कार्य ऐसे हैं जिन्हें डूडा द्वारा कराया गया है लेकिन नगर पालिका प्रशासन ओवर स्टिमेटिंग के सहारे उसी मार्गो पर पुनः निर्माण कराने में जुटी हुई है जबकि नगर क्षेत्र के एक दर्जन सड़कें काफी जर्जर हालत में है।
बहरहाल सूचना न्यूज़ टीम द्वारा गत दिनों आमंत्रित नियमन कार्यों के टेंडर का स्थलीय निरक्षण किया जा रहा है जिसमे परत दर परत खुल कर सामने आ रही है। सरकारी धन की बंदरबांट के लिए ओवर स्टिमेटिंग का खेल कोई नया नहीं है लेकिन एक तरफ अधिशाषी अधिकारी का दावा है कि कोई गलत कार्य नहीं होने दिया जाएगा तो दूसरी तरफ अध्यक्ष विहीन नगर पालिका टाण्डा की ज़िम्मेदारी अपर जिलाधिकारी के कंधों पर है। साफ सुथरी क्षवि वाले जिलाधिकारी सैमुअल पॉल एन द्वारा कई बार अधिकारियों को कार्यों में पारदर्शिता लाने का निर्देश दिया गया लेकिन बड़ा सवाल ये है कि नगर पालिका परिषद टाण्डा द्वारा आमंत्रित की गई निविदाओं में इतनी बड़ी गड़बड़ी कैसे हुई कि तैयार नाला व मात्र चन्द पटिया के लिए लाखों खर्च करने की तैयारी हो रही है और डूडा द्वारा कराए गए कार्यों पर पुनः निर्माण कराने की तैयारी हो रही है। उक्त निविदाओं की स्थलीय जांच पड़ताल जारी है जिसे सूचना न्यूज़ टीम द्वारा जनहित में पोल खोल के तहत आपके सामने पेश किया जा रहा है जिससे सरकारी धन की बंदरबांट रोकी जा सके और वास्तविकता से उच्च अधिकारियों को भी अवगत कराया जा सके।