अम्बेडकरनगर: नगर पंचायत अशरफपुर किछौछा में ट्रिपल इंजन की सरकार है लेकिन द्वार का नाम बदलने को लेकर अक्सर विवाद उत्पन्न होता रहता है। गत दिनों नगर पंचायत कार्यालय के पास बनें मखदूम अशरफ द्वार का नाम बदलने को लेकर काफी आक्रोश देखा गया था और अब किछौछा में स्थित पूर्व सांसद मौलाना मुज़फ्फर हुसैन द्वार का नाम बदलने को लेकर उस समय आक्रोश पैदा हो गया जब नगर पंचायत की टीम मुज़फ्फर हुसैन द्वार का बोर्ड निकाला जाना लगा जिसको लेकर भारी भीड़ जमा हो गई।
बताते चलेंकि मखदूम अशरफ के वंशजों में शामिल मौलाना मुजफ्फर हुसैन अशरफी किछौछवी समाजवादी पार्टी के फाउंडर सदस्य थे एवं 1965 में मुरादाबाद एवं 1980 में बहराइच से सांसद चुने गए थे और ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के उपाध्यक्ष भी थे। श्री मुजफ्फर हुसैन के नाम पर नगर पंचायत अशरफपुर किछौछा द्वारा प्रस्ताव कर गजट भी कराया जा चुका है एवं सपा की सरकार में ही शिवपाल यादव द्वारा उद्घाटन भी किया गया था।
नगर पंचायत अशरफपुर किछौछा के अध्यक्ष ओमकार गुप्ता ने बताया कि ट्रिपल इंजन की सरकार में प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री के फोटो के साथ उक्त द्वार का भगवा कलर में नया बोर्ड लगना था लेकिन अफवाह उड़ा दिया गया कि नाम परिवर्तन किया जा रहा है।
बताते चलेंकि नगर पंचायत अशरफपुर किछौछा की बोर्ड बैठक में 13 सदस्यों द्वारा मौलाना मुज़फ्फर हुसैन द्वार का नाम बदल कर निषाद राज द्वार करने का प्रस्ताव दिया गया है हालांकि अभी तक उक्त प्रस्ताव को शासन तक नहीं भेजा गया है।
आक्रोशित भीड़ का कहना है कि अगर उसी नाम का दूसरा बोर्ड लगाना था तो पहले बोर्ड को बनवा कर लाना चाहिए था।
बहरहाल नगर पंचायत अशरफपुर किछौछा के कर्मचारियों द्वारा मौलाना मुज़फ्फर हुसैन गेट का बोर्स हटाने को लेकर स्थानीय लोगों में आक्रोश पैदा हो गया है जहां बड़ी संख्या में पुलिस जवान मौजूद हैं।