अम्बेडकरनगर (रिपोर्ट: आलम खान एडिटर-मान्यता प्राप्त) प्रेमिका को शादी का झांसा देकर गर्भधारण कराने वाले प्रेमी को तो पुलिस ने जेल भेज दिया लेकिन प्रेमिका के 06 माह का गर्भ षड्यंत्र के तहत जबरन नष्ट कराने के मुख्य अभियुक्त पर हंसवर पुलिस मेहरबान नज़र आ रही है। दूसरी तरफ पीड़ित परिवार से गाँव का कोई भी व्यक्ति बातचीत नहीं कर पा रहा है।
चर्चा है कि दबंग आरोपियों द्वारा पीड़ित परिवार को अपने कब्जे में रखा गया है और मोबाइल से वार्ता करने पर पहले परिचय पूंछा जाता है और फिर फोन काट दिया जाता है। हंसवर थानाध्यक्ष का सीयूजी बन्द बता रहा है जबकि सीओ टांडा शुभम कुमार ने बताया कि मुकदमा संख्या 57/25 की वादी पीड़िता का स्वास्थ्य परीक्षण कराने के साथ मजिस्ट्रेट के समक्ष बयान कराया जा चुका है तथा प्रेमी समद को जेल भी भेजा गया है जबकि अन्य नामज़द अभियुक्तों को बहुत जल्द गिरफ्तार कर न्यायालय के समक्ष पेश किया जाएगा। पीड़ित परिवार के मुश्किल में होने की चर्चाओं पर सीओ टांडा श्री शुभम ने बताया कि हंसवर पुलिस पीड़ित परिवार से लगातार संपर्क बनाए हुए है, इस तरह की बातें अफवाह मात्र है।बताते चलेंकि पीड़िता का 06 माह के गर्भ को जबरन नष्ट कराने के बाद एसपी केशव कुमार के निर्देश पर हंसवर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया था। आरोपी अब्दुर्रहमान की हंसवर पुलिस से अच्छी खासी बनती है जिसके कारण सिपाहियों की मिली भगत से आरोपी का पीड़िता से निकाह बैक डेट में करा दिया गया। उक्त मामले में दो सिपाहियों को नुकसान भी सहन पड़ा लेकिन फिर भी हंसवर पुलिस आरोपियों की लगातार मदद करती नज़र आ रही है जिसके कारण मुख्य साजिशकर्ता अब्दुर्रहमान पर पुलिस हाथ डालने से कतराती नज़र आ रही है जबकि आरोपी अब्दुर्रहमान लगातार क्षेत्र में नज़र आ रहा है।
बहरहाल एक तरफ तो आरोपियों को पुलिस गिरफ़्तार नहीं कर पा रही है तो दूसरी तरफ पीड़िता अथवा उसके परिजनों से स्थानीय लोगों से बातचीत भी नहीं हो पा रही है जिसके कारण क्षेत्र में तरह-तरह की चर्चाएं चल रही है।