बसखारी बाज़ार में स्थित जामा मस्जिद के सामने नागरिकता संसोधन एक्ट को वापस लेने की मांग करते हुए मुस्लिम सामज के लोगों ने कर प्रदर्शन किया। शान्तिपूर्ण विरोध प्रदर्शन के बाद टाण्डा उप जिलाधिकारी एम.पी.सिंह के माध्यम से राष्ट्रपति व चीफ जस्टिस ऑफ इण्डिया को ज्ञापन भेज कर मांग किया कि सीएए को तत्काल वापस लिया जाए।
सैय्यद खलीक अशरफ ने कहा कि नागरिकता संसोधन कानून को धार्मिक भेदभाव के साथ लागू किया गया जो भारतीय कानून के आर्टिकल 14 का खुला उलंघन है इसलिए इस कानून को तत्काल निरस्त करते हुए ये सुनश्चित किया जाए कि भविष्य में कोई भी कानून धार्मिक भेदभाव पर ना लागू हो जिससे देश की एकता व अखण्डता बरकरार रहे।
विरोध प्रदर्शन को संबोधित करते हुए मौलाना सिद्दीक ने कहा कि नागरिकता संसोधन बिल (CAB) जो कानून का रूप धारण कर CAA बन चुका है वो आर्टिकल 14 का उलंघन है तथा इससे विशेष कर मुस्लिम समाज में बेचैनी है इसलिए इसे वापस लिया जाए। उन्होंने कहा कि हम शांतिप्रिय ढंग से अपना विरोध प्रकट करते हुए ज्ञापन भेज रहे है क्योंकि हम सब शांति वाले लोग हैं।
उक्त अवसर पर अधिवक्ता सैय्यद फैज़ान अशरफ चांद मियां, सैय्यद खलीक अशरफ, सैय्यद मोहम्मद अशरफ बड़े बाबू, सैय्यद आले मुस्तफा छोटे बाबू, मौलाना सिद्दीक, सैय्यद अज़ीज अशरफ़, सरफुद्दीन, सलाउद्दीन, गुलरेज खान, सुरेंद्र आदि सहित सैकड़ों लोग मौजूद रहे।