अम्बेडकरनगर: विश्व विख्यात गाज़ी सैय्यद मसूद सालार (गाज़ी मियां) की दरगाह बहराइच का आगमी 02 जून को वार्षिक उर्स मेला है। प्रत्येक वर्ष की तरह इस बार भी श्रद्धालुओं के जाने का सिलसिला जारी है। इस दौरान टाण्डा से पैदल जा रहे एक श्रद्धालु की रास्ते में ही मृत्यु होने का समाचार प्राप्त हुआ है जबकि टाण्डा के एक अन्य युवक का स्वास्थ्य खराब होने के बाद इलाज़ के दौरान मृत्यु हो गई है।
औद्योगिक बुनकर नगरी टाण्डा से गत 27 मई की रात्रि में लगभग 100 लोगों का पैदल काफिला बहराइच शरीफ के लिए रवाना हुआ था। उक्त काफिला में शामिल 25 वर्षीय परवेज़ निवासी काजीपुरा टाण्डा भी शामिल था। शुक्रवार को दरगाह बहराइच पहुँचने से पहले पयागपुर थानाक्षेत्र के पास हीट स्ट्रोक के कारण उसकी मृत्यु हो गई।
पयागपुर थानाध्यक्ष कमल शंकर चतुर्वेदी ने बताया कि पयागपुर थानाक्षेत्र में संचालित चीनी मिल के करीब चादर ओढ़कर लेट गया जबकि उसके अन्य साथी आगे बढ़ गए। मूक्षित होने की सूचना पर तत्काल पहुंची पुलिस टीम ने उसे अस्पताल भेजा जहां चिकित्सकों ने मृत्यु घोषित कर दिया। अनुमान लगाया जा रहा है कि हीट स्ट्रोक के कारण परवेज़ पुत्र इफ्तेखार की मृत्यु हो गई है। थानाध्यक्ष श्री चतुर्वेदी ने बताया कि पोस्टमार्टम के लिए बॉडी भेज दी गई है।
दूसरी तरफ टाण्डा नगर क्षेत्र के हयातगंज निवासी लगभग 50 वर्षीय दबीर पुत्र मुस्लिम भी बहराइच शरीफ गए हुए था और वो टाण्डा बाग में पान बेचने का काम करते थे जिनकी स्वास्थ हीट स्ट्रोक के कारण काफी खराब हो गया। इंस्पेक्टर दरगाह शरीफ हरेंद्र मिश्रा ने बताया कि सूचना पर पहुँचजी आननफानन में दरगाह पुलिस ने दबीर पुत्र मुस्लिम को अस्पताल में भर्ती कराया जहां इलाज के दौरान उसकी मृत्यु हो गई है।
औद्योगिक नगरी टाण्डा से बहराइच शरीफ वार्षिक उर्स व मेला में गए दो युवकों की मौत की खबर से नगर क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है।