अम्बेडकरनगर: आधार कार्ड में छोटे छोटे टेक्निकल फाल्ट को सही करने के लिए संबंधित संस्था यूडीआई सहित उच्चाधिकारी को भी पत्राचार किया गया है।
बेसिक शिक्षा अधिकारी भोलेंद्र प्रताप सिंह का कहना है कि “जल्द ही सही हो जायेगा” लेकिन कब ये बताने को कोई तैयार नहीं है। विद्यालय खुलने के बाद बच्चों का एडमिशन करने के लिए बच्चों का नया आधार कार्ड बनवाने या उसमें संशोधन कराने, छात्रवृत्ति आवेदन और राशन कार्ड की केवाईसी के लिए आधार कार्ड सेंटरों (बैंको, डाकखानों) पर भोर से ही लंबी लंबी लाइन में खड़े होकर आधार कार्ड बनवाने या ऑनलाइन संशोधन करने का इंतजार करते हैं लेकिन आधार कार्ड संचालकों द्वारा एक दिन में सिर्फ 30 टोकन ही वितरण कर सभी को वापस कर दिया जाता है जिसके कारण दूर दराज से आए हुए लोग हफ्ते हफ्ते चक्कर लगाने को मजबूर है।
शनिवार को भारतीय स्टेट बैंक जलालपुर में हार्डवेयर की समस्या बताते हुए आधार कार्ड का संचालन जहां बंद था वहीं यूनियन बैंक शाखा जलालपुर में आधार कार्ड नहीं बन रहा था। जलालपुर मुख्य डाकघर पर टेक्निकल फॉल्ट बताते हुए आधार कार्ड संचालन बंद कर दिया गया, बड़ौदा उत्तर प्रदेश ग्रामीण बैंक में भी आधार कार्ड का कार्य बंद होने का कारण पूछा गया तो बताया मशीन खराब हो गया है जिसे मंगाया गया सामान आ जाने पर संचालन किया जाएगा। इन तमाम शिकायतो के बाद भी उच्च अधिकारी हाथ पैर हाथ धरे बैठे रहते हैं। जिसके कारण बच्चो के एडमिशन, राशन कार्ड केवाईसी जैसे महत्वपूर्ण कार्य, बैंक से संबंधित कार्य प्रभावित हो रहे है। इन तमाम समस्या होने के बावजूद मामले का संज्ञान नहीं ले रहे है। जिसके परिणाम स्वरूप लोग आधार कार्ड बनवाने के लिए दर-दर भटक रहे हैं। इस संबंध में जब जिम्मेदार अधिकारियों से वार्तालाप की जाती है तो सिर्फ यही कहते हैं पल्ला झाड़ लिया जाता है कि टेक्निकल फॉल्ट है इसके लिए पत्राचार किया गया है जल्द ही ठीक हो जाएगा। यही कहते कहते महीनों सालों गुजर जाते हैं लेकिन व्यवस्था ढाक के तीन पात के समान ही रह जाती है जिससे आक्रोश व्याप्त है।