अम्बेडकरनगर: केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल CISF इकाई द्वारा एनटीपीसी टाण्डा में रविवार को अनोखी पहल करते हुए आम अवाम को ‘‘श्रीअन्न’’ मिलेट्स के इस्तेमाल के प्रति प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से भव्य ‘‘मिलेट्स मेला’’ का आयोजन किया गया।
जिसमें मेले का उद्वघाटन एनटीपीसी टाण्डा परियोजना के (महाप्रबंधक), नील कुमार शर्मा महाप्रबंधक अभय कुमार मिश्रा, सीआईएसएफ के उप कमाण्डेन्ट एम. आर रागुल ने संयुक्त रूप से किया। मेले में एनटीपीसी परियोजना, सीआईएसएफ, स्थानीय पुलिस के अधिकारीगण तथा मुख्य चिकित्साधिकारी एनटीपीसी टाण्डा एवं केऔसुब इकाई एनटीपीसी टाण्डा में कार्यरत बल सदस्य एवं उनके परिवारजन सम्मलित हुए। मेले में सम्मलित सभी लोगों को मिलेट्स के इस्तेमाल से होने वाले फायदे के बारे में बताया गया।मेले में मोटे अनाज से बने स्वादिष्ट व्यंजनों के स्टाॅल भी लगाए गए। स्टाॅल में मिलेट्स से बने इडली, डोसा, रागी के बर्फी, बाजरे की रोटी, चूरमा, मिलेट्स के गुलाब जामुन, कचैड़ी एवं सांवा के खीर आदि आकर्षण के केंद्र रहे। मेले में आए एनटीपीसी प्रबंधन, सीआईएसएफ एवं स्थानीय पुलिस के अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने इन व्यंजनों के स्वाद का भरपूर लुत्फ उठाया।केऔसुब इकाई एनटीपीसी टाण्डा के इकाई प्रभारी एम आर रागुल (उप कमाण्डेन्ट) ने बताया कि ज्वार, बाजरा, रागी, सांवा, कुटकी आदि ‘‘श्री अन्न’’ मानव जाति को ज्ञात सबसे पुराने खाद्य पदार्थाें में से है।श्री अन्न कम अवधि में, कम पानी, कम उपजाउ मिट्टी में न्यूनतम देखभाल में होने वाली जलवायु की फसलें हैं। यह सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है इनमें फाईबर, विटामिन बी, कैल्शियम, आयरन, मैगनीज, फास्फोरस, जिंक, कापर जैसे बहुत सारे पोषक तत्व होते हैं। श्री अन्न शुगर नियंत्रण, कोलेस्ट्राल कम करने, आंतो के स्वास्थ्य, रक्तचाप नियंत्रण, हड्डी तथा मांसपेशियों के लिए तथा रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मदद करता है। श्री अन्न मानव तथा मिट्टी दोनों की रक्षा करता है। इसलिए इसे सुपर फूड, न्यूट्रीशस अनाज, क्लाईमेट स्मार्ट अनाज तथा श्री अन्न की उपाधियां दी गई हैं। श्री अन्न भारत की ऐतिहासिक धरोहर है। इसकी उपज एवं घरेलू खपत बढ़ाने के लिए केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) की एनटीपीसी टाण्डा की इकाई द्वारा मिलेट्स मेला का आयोजन किया गया, जो एक सराहनीय कदम है।