अम्बेडकरनगर: बसखारी थानाध्यक्ष रहे मनोज कुमार को निलंबित कराने का सपना आखिरकार टाण्डा विधायक संजुदेवी का पूरा हो ही गया। पुलिस कप्तान आलोक प्रियदर्शी ने मनोज कुमार का तत्काल प्रभाव से निलंबन कर दिया है, तथा जुलूस में शामिल कई अन्य सिपाहियों ओर भी कार्यवाही का संकेत दिया है।
टाण्डा विधायक संजुदेवी व उनके समर्थकों द्वारा 27 मई को बसखारी थाना परिसर का घेराव कर थानाध्यक्ष मनोज सिंह के निलंबन की मांग रखा था लेकिन अधिकारियों ने निलंबन में बड़ी प्रक्रिया का हवाला देने हुए लाइन हाजिर करने की बात पर सहमति बना कर विधायक व उनके समर्थकों को वापस भेज दिया था। मंगलवार को पुलिस कप्तान आलोक प्रियदर्शी ने बसखारी थानाध्यक्ष को जैतपुर की कमान दे दिया जबकि जैतपुर थानाध्यक्ष को बसखारी की ज़िम्मेदारों सौंप दी। विधायक व उनके समर्थकों द्वारा पुलिस कप्तान पर मनोज कुमार का समर्थन करने का आरोप लग ही रहा था कि बसखारी थानाध्यक्ष रहे मनोज सिंह के विदाई का भव्य वीडियों वायरल हो गया। विदाई समारोह में सोशल डिस्टेंडिंग तो दूर मास्क तक नहीं लगाया गया था, और डायल 112 वाहनों को भी जुलूस में शामिल कर सत्ता पक्ष को चुनौती देने का प्रयास किया गया।मनोज सिंह की विदाई में हूटर बजाते वाहनों के काफिले किसी बड़े मंत्री के स्वागत की तरह नज़र आ रहा था, सरकारी वाहन को फूल मालाओं से सजाया भी गया था। यादगार विदाई देने के चक्कर में मनोज सिंह के काफिले में शामिल सिपाही लॉक डाउन को भूल चुके थे। वीडियों वायरल होने के बाद पुलिस कप्तान आलोक प्रियदर्शी ने तत्काल प्रभाव से मनोज सिंह को निलंबित कर जांच का आदेश दे दिया है, तथा अन्य सिपाहियों को चिन्हित कर उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही का संकेत दिया है।
बहरहाल बसखारी थानाध्यक्ष रहे मनोज सिंह की विदाई समारोह व जुलूस ही उनके निलंबन का कारण बन गया, तथा विदाई समारोह व जुलूस में शामिल कई अन्य सिपाहियों पर भी तलवार लटक रही है। मनोज सिंह के निलंबन से टाण्डा विधायक संजुदेवी व उनके समर्थको का सपना भी आखिरकार पूरा हो गया
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