अम्बेडकरनगर: जलालपुर उप जिलाधिकारी के सख्त कार्यवाही के बावजूद आए दिन फर्जी तरीके से वरासत का मामला प्रकाश में आ रहा है। बीते दिनों नत्थुपुर खुर्द में फर्जी कागजात के आधार पर वरासत करने के मामले में उपजिलाधिकारी द्वारा लेखपाल को निलंबित करते हुए और कानूनगो पर कार्यवाही हेतु जिलाधिकारी पत्र प्रेषित कर दिया था। लेकिन एक मामला अभी खत्म नहीं हुआ था दूसरा मामला जलालपुर तहसील क्षेत्र के ही गौरा कमाल का सामने निकलकर आया है।
गौरा कमाल गांव निवासी लालती ने उपजिलाधिकारी को शिकायती पत्र देकर बताया की मेरे ससुर राम सूरत के तीन पुत्र है जिनका नाम रवींद्र, वीरेंद्र, जोगेंद्र है। जिसमें से मेरे पति वीरेंद्र की मृत्यु बीस वर्ष पूर्व हो गई थी जिनसे एक पुत्र हरिवंश भी है और वो लगभग बारह साल से लापता हो गया है। जिसका लाभ उठाते हुए मेरे पटीदार रवींद्र और जोगेंद्र लेखपाल दुर्गा सिंह और कानून गो भुवन प्रताप के मिली भगत से मेरे और मेरे पुत्र के हिस्से की संपत्ति को अपने नाम दर्ज करा लिया है। शिकायत मिलते ही उपजिलाधिकारी सुभाष सिंह और तहसीलदार संतोष कुमार ने तत्काल अभिलेखों की जांच किया तो मामला सही पाया गया। जिस पर कार्यवाही करते हुए उप जिलाधिकारी ने हल्का लेखपाल दुर्गा सिंह से स्पष्टीकरण हेतु पत्र जारी किया है।उपजिलाधिकारी सुभाष सिंह बताया कि लेखपाल से स्पष्टीकरण माँगा गया है।स्पष्टीकरण के आधार पर कार्यवाही की जाएगी।