(रिपोर्ट: अखिलेश सैनी बलिया)
बलिया: प्रेम का अपना एक अलग इतिहास रहा है। समाज में एक से बढ़कर एक उदाहरण मिलें हैं। कहीं मीराबाई ताे कहीं मस्तानी। ये भी कहा जाता है कि प्रेम आयु की माेहताज नहीं हाेती । कुछ ऐसे ही तर्ज पर रसड़ा थाना अंतर्गत ग्रामसभा माेतिरा में युवक और युवती ने अपने प्रेम काे यादगार व दर्दनाक बना दिया। जी हां! हम बात कर रहे हैं माेतिरा गांव के किशाेर प्रेमी युगल की। गांव निवासी प्रेमी ने अपने प्रेम में सफलता न पाने व परिवार की टेढ़ी नजर पड़ने से जहर खा कर आत्मसर्पण कर लिया ताे प्रेमी की माैत की ख़बर सुनकर प्रेमिका ने भी फांसी के फंदे पर झुलकर स्वयं काे माैत की अग्नि में अर्पित कर दी। माेतिरा निवासी केदार राजभर पुत्र सत्रह वर्षीय पुत्र जाे कक्षा ग्यारहवीं का छात्र था। जिसका दिल अपने ही गांव की कु. प्रति से जा लगा। राजेन्द्र राजभर की पुत्री कु. प्रीति पन्द्रह वर्षीय कक्षा नवीं की छात्रा थी। ये दाेनाें आपस में बेहद प्रेम करते थे। साथ -साथ जीने मरने की कसमें भी खा चुके थे। समाज की मर्यादा काे लांघकर दाेनाें एक-दूसरे के करीब आ चुके थे । तभी परिवार की तिरछी नजर पड़ी आैर फिर दाेनाें एक-दूसरे से अलग हाे गये ।
आपकाे बतादें कि राहुल आैर प्रीति पर परिवार की तिरछी नजर पड़ी । जिससे राहुल विषाक्त पदार्थ खा लिया। हालत बिगड़ने पर परिजनाें ने राहुल काे अस्पताल ले गये। जहां गम्भीर स्थिति काे देखकर डाॅक्टराें ने जिला अस्पताल रेफर कर दिया। जिला अस्पताल में इलाज के दाैरान राहुल ने दम ताेड़ दिया। अपने प्रेमी की माैत की ख़बर सुनकर उधर प्रीति ने भी कमरे में फांसी लगाकर माैत काे गले लगा ली।
सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव काे कब्जे में ले लिया। प्रेमियाें के आत्महत्या की ख़बर से पूरे गांव में मातम की लहर दाैड़ पड़ी है।