नाव यात्रियों द्वारा जमकर उड़ाया जा रहा है सोशल डिस्टेंडिंग का माखौल
अम्बेडकरनगर: कोरोना वायरस की महामारी से बचने के लिए लॉक डाउन व सोशल डिस्टेंडिंग को सबसे बड़ा हथियार बताया जा रहा है लेकिन घाघरा नदी के घाट पर लगातार चलाई जा रह नाव पर सोशल डिस्टेंडिंग का जमकर माखौल उड़ाया जा रहा है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार कोरोना की महामारी के दौरान जारी लॉक डाउन के शुरुआती दौर से ही जहां हंसवर थानाक्षेत्र में पड़ने वाले नौहरहनी व मेहन्दी घाट से चलने वाली नाव को पुलिस द्वारा बन्द कराया गया था वहीं टाण्डा कोतवाली क्षेत्र में पड़ने वाला डुहीयां घाट पर नाव से भीड़ को लाने ले जाने का सिलसिला बदस्तूर जारी है। घाघरा नदी के पार स्थित मांझा उल्टाहवा व बस्ती जनपद के दर्जनों गाँव के लोग घाघरा नदी को नाव से ही पार करते हैं। बस्ती जनपद को सड़क मार्ग से जोड़ने वाले रास्तों को तो सील कर दिया गया था तथा साथ ही बस्ती से जनपद आने जाने वाले जल मार्ग को भी बंद किया गया था लेकिन डुहियां घाट पर नाव चलने का सिलसिला बदस्तूर जारी ही नहीं है बल्कि उक्त घाट पर बिना मास्क लगाए एवं सोशल डिस्टेंडिंग की धज्जियां उड़ाते लोग लगातार नज़र आते रहते हैं।घाघरा नदी के पार स्थित टाण्डा के राजस्व गाँव मांझा उल्टाहवा के लोगों के लिए सोशल डिस्टेंडिंग बनाते हुए सुविधाएं तो प्रदान की जा सकती हैं लेकिन बस्ती जनपद के दर्जनों गाँव के सैकड़ों ग्रामीण ही नहीं बल्कि गैर जनपदों के लोग भी उक्त मार्ग का लाभ उठा कर प्रतिदिन जनपद में प्रवेश करते हैं जिससे टाण्डा ही नहीं बल्कि पूरे जनपद पर बड़ा खतरा मंडरा रहा है।
बहरहाल टाण्डा कोतवाली क्षेत्र से होकर गुजरने वाली घाघरा नदी के डुहियां घाट पर नाव से आने जाने वाली भीड़ बदस्तूर जारी है जिससे जनपद में बड़ा खतरा उतपन्न हो सकता है।
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