बलिया रसड़ा संयुक्त व्यापार संघर्ष समिति, रसड़ा की एक आवश्यक बैठक किराना मण्डी में, प्यारेलाल चौराहा को दोराहा में तब्दील कर डिवाइडर में बने कट को प्रशासन द्वारा बन्द कर दिये जाने को लेकर समिति के अध्यक्ष सुरेश चन्द की अध्यक्षता में की गई।
बैठक में समिति के अध्यक्ष ने संबोधन में कहा कि ऐतिहासिक प्यारे लाल नाम से विख्यात चौराहा पर किसकी नजर लग गई कि यह दुर्दशा झेलना पड रहा है। यही नही रेलव स्टेशन के सामने डिवाइडर कट बन्द कर दिये जाने से अधिक किराया देना पड रहा है। स्टेशन चौराहा मोहल्लो के व्यवसाय चौपट हो गया है जिसके चलते बाजार में असर पडा है। अगर ऐसा ही रहा तो व्यवसायी वर्ग के सामने भुखमरी का सामना करना पडेगा और व्यापारी भूखमरी के कगार पहुंच जायेगा। रसडा में इस प्रसिद्ध चौराहे बन्द कर दिया गया है। इस तरह का देश मे किसी भी जगह चौराहा सार्वजनिक जगह को रोका या बन्द नही किया गया है।
नगर में क्षेत्र के गांव गिराव से आने वाले लोगो का बाजार बैंक अस्पताल बाजार अन्य कार्यो के लिए आना जाना होता है। ऐसे में लोग ई-रिक्सा से, रिक्सा से, टेम्पू, साइकिल अपने संसाधन, बाइक, निजी बाहन से आने जाने में दिक्कते परेशानियां, समय व पैसो की क्षति हो रहा है। इस दौरान समिति के विनोद शर्मा ने कहा कि प्यारे लाल चौराहा का अस्तित्व समाप्त करने के साजिश की गयी है। यह जनहित में नही है। अगर चौराहा का रुप नही दिया गया तो व्यापारी वर्ग आन्दोलन के लिये बाध्य होगा।
आपको बताते चलें बलिया मऊ राजधानी मार्ग का चौडीकरण मानक विपरित किया गया था। चौडीकरण करते समय डिवाइड दो भागो मे सडक को बाटने वाली पाटिशन डिवाइडर मे बने कट को बन्द कर दिया गया था। बाजार में रहने वाले लोगों के समक्ष विकट समस्या उत्पन्न हो गया है। तथा में नगर में व्वसायियों भूखमरी के कगार पर पहुचने की साजिस का चक्रव्यूह की रचा गया था। ऐतिहासिक प्रसिद्ध प्यारे लाल चौराहा का नाम के अस्तित्व को मिटाने के लिए सुन्दरीकरण चौडीकरण करते समय सडक पर डिवाइडर चार फीट से पांच फीट चौडा बनाया गया है जो एक लैन का जगह उसी में चला गया है जिसमे फलदार वृक्ष पेड पौधे न लगाकर रेगिस्तान के तर्ज पर खजुर का पेड लगा कर दोराहा में बदल दिया गया था। लेकिन नगर के व्यवसायियों के विरोध करने पर कट किया गया था जिससे ई-रिक्सा, रिक्सा टेम्पू साइकिल बाइक पैदल आसानी से नगर के उत्तर रेलवे कार्सिग पार छितौनी राघोपुर नगरा रेलवे स्टेशन हिता का पुरा गढिया पूरब मन्दा अमहर आदि जगहो के लिए लोगों का आवामन होता था और आसपास के गांवो के सिसवार, राघोपुर, नगरा, रतनपुरा, हलधरपुर, माधोपुर, संवरा, चिलकहर आदि जगहो के लोगों का बाजार में आवागमन आसानी से होता रहा है। इस समय चौराहा के डिवाइडर में बने कट को गलत तरह से घटना दुर्घटना दिखाकर, किसी के कुटरचित साजिश के तहत प्रशासन के द्वारा बन्द कर दिया गया है और आस पास के क्षेत्र लोगों को आने जाने आवागमन में बाधा उत्पन्न एक समस्या बना दिया गया है।
लोगों के आवागमन में कमी आने से प्यारे लाल चौराहा से मुन्सफी मोड के बीच व्यसायियों के रोजी रोटी के लिए एक विकट समय का दौर चल रहा है। क्षेत्र के लोग का जरुरत की समाग्री खरीदारी के लिए आते जाते थे जिससे दुकानदार अपने क्षमता अनुसार खरीद बिक्री कर अपने परिवार का भरण पोषण कर लेते थे। किन्तु इधर जिला प्रशासन द्वारा बिना सोचे समझे डिवाइडर में बने कट को बन्द करा दिया गया जिससे इन व्यवसायी वर्ग के समक्ष भूखमरी का संकट उत्पन्न हो गया है। उनके लिए एक विकट समस्या उत्पन्न हो गया है। और उसे दोराहा में तब्दील कर दिया गया जिसके चलते बाजार मे बडा असर पडा है।