बस्ती:(रिपोर्ट तौफीक खान) केंद्र व प्रदेश सरकार की घर-घर तक बिजली पहुंचाने की अति महत्वाकांक्षी योजना का नाम भले ही सौभाग्य योजना हो लेकिन उपभोक्ताओं के लिए ये दुर्भाग्य योजना बन कर सामने आने लगी है। जी हाँ, दुर्भाग्य योजना इसलिए क्योंकि कई गरीब परिवारों के घरों तक बिजली तो पहुंची नहीं लेकिन हज़ारों रुपये की बिजली का बिल जरूर आ गया।
दरअसल बिजली विभाग के अधिकारियों और एल.एन.टी की मिलीभगत से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी की मंशा व सरकार की अति महत्वाकांक्षी योजना पर पलीता लगाने का ताजा मामला बस्ती जनपद का है जहाँ जिले के हरैया तहसील के अजानडीह में लगभग दर्जनों घर ऐसे हैं जो विद्युत कनेक्शन तो ले लिए हैं और गाँव में विद्युत पोल व टाँन्सफार्मर भी लग गया लेकिन आज तक विद्युत सप्लाई नहीं आई। व बिजकी ट्रांसफार्मर व विद्युत पोल महज शो पीस बनकर रह गया है। बिल आता देख कनेक्शन धारक लगभग 500 मीटर दूर से अपनी निजी केबिल से बिजली लाने के लिए मजबूर हो गये और तो और एक गरीब परिवार के छप्पर के घर मीटर लगा दिया गया जिसका बिल भी आ गयी लेकिन अगर नहीं आयी तो वह विधुत सप्लाई। ग्रामीण बिजली विभाग के कार्यालय का चक्कर लगाकर थक गये लेकिन आजतक टाँन्सफार्मर में सप्लाई तक नहीं आई है।
पीड़ित ग्रामीणों ने बताया कि सौभाग्य योजना के तहत आजनडीह गाँव भी बिजली का खम्बा व टाँन्सफार्मर तथा घरों में मीटर भी लगे हैं लेकिन 13 महीने बीत जाने के बाद भी तारों में करंट नहीं आया। ट्रांसफार्मर व विद्युत पोल जहाँ शो-पीस बनकर पीड़ित उपभोक्ताओं का मुंह चिढ़ाते नज़र आ रहे हैं वहीं केंद्र व प्रदेश सरकार की अति महत्वाकांक्षी सौभाग्य योजना को भी जमकर पलीता लगा रहे हैं। पीड़ितों ने बताया कि इसकी शिकायत भी अधिकारियों से की गई लेकिन अभी तक कोई सुनवाई नही हुई तो हम लोग थक हार कर बहुत दूर से अपनी निजी केबिल से विद्युत सप्लाई लाने के लिए मजूबर हो गए हैं लेकिन जो गरीब है केबिल नहीं खरीद सकते उनके घरों में आज भी सप्लाई नहीं पहुंवः सकी है जबकि हज़ारों रुपये का बिल जरूर आ गया है।
उक्त प्रकरण में अधीक्षण अभियंता आर.बी.कटियार से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि यह मामला संज्ञान में आया है आर.एल.डब्ल्यू द्वारा कुछ समस्या बताया गया है इस पर जाँच करवाई जायेगी और यदि दोष सिद्ध होता है तो कार्यावाही भी कि जायेगी। अधीक्षण अभियंता ने बताया की विद्युत बिल तो उसी दिन से स्टार्ट हो जाता है जिस दिन से कनेक्शन हो जाता है।
अब सवाल यह पैदा होता है कि जिन्हें बिजली मिली नहीं और उन्हें हजारों का बिजली बिल मिला है वो उपभोक्ता क्या करें हालांकि विभाग अब जांच की बात कर रहा है।