अम्बेडकरनगर: कोरोना वायरस के संक्रमण को नगरीय क्षेत्र में रोकथाम करने के अपनी जान हथेली पर लगा कर सफाई कार्य में जुटे दैनिक भोगी कर्मियों की सैलरी पर ठेकेदार व सफाई निरीक्षक ने मिलकर डाका मार लिया है जिसकी शिकायत उत्तर प्रदेशीय सफाई कर्मचारी संघ ने जिलाधिकारी से करते हुए न्याय की गोहार लगाई है।
टाण्डा नगर पालिका परिषद में सफाई कार्यों के लिए ठेके पर लगाये गए लगभग एक सैकड़ा सफाई कर्मियों ने कोविड-19 की महाजंग में अपनी जान को हथेली ओर रखकर नगर क्षेत्र को साफ सुथरा करने में जुटे हुए थे लेकिन फरवरी व मार्च माह के वेतन में जबरदस्त कटौती करने के कारण सफाई कर्मियों ने उत्तर प्रदेशीय सफाई कर्मचारी संघ से लिखित शिकायत करते हुए बताया कि शासन द्वारा प्रतिदिन सफाई कर्मियों को 308 रुपये निर्धारित किया गया है लेकिन एक माह तक कार्य कराने के बाद ठेकेदार द्वारा मात्र 21 दिनों का ही पैसा दिया जाता है और शिकायत करने पर ठेकेदार ही नहीं बल्कि सफाई निरीक्षक भी कार्यमुक्त करने की धमकी देते हैं। सफाई कर्मचारी संघ के प्रान्तीय महासचिव अधिवक्ता मो.मुकीम शेख ने जिलाधिकारी को ज्ञापन भेजते हुए मांग किया है कि सफाई कर्मियों का पूरा वेतन अविलम्ब दिलाया जाए तथा ठेकेदार व सफाई कर्मियों की सैलरी पर डाका डालने वाले नगर पालिका के संबंधित अधिकारियों पर कार्यवाही की जाए।
आपको बताते चलेंकि नगर पालिका परिषद टाण्डा द्वारा विगत दिनों गैर-जनपद के ठेकेदार के माध्यम से लगभग एक सैकड़ा सफाई कर्मचारियों की तैनाती किया था। उक्त सफाई कर्मचारियों को कोविड-19 योद्धा कहते हुए गत दिनों टाण्डा नगर क्षेत्र के विभिन्न स्थानों ओर फूलों की वर्षा कर सम्मानित भी किया गया था लेकिन अब इन्हीं कोविड-19 योद्धाओं की सैलरी पर नगर पालिका के अधिकारियों की मिली भगत से ठेकेदार द्वारा डाका डाला गया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार दैनिक भोगी इन सफाई कर्मियों को उनके बैंक खातों के माध्यम से भुगतान नहीं किया जाता है बल्कि ठेकेदार द्वारा सफाई निरीक्षक को उनका नगद भुगतान किया जाता है और सफाई इंपेक्टर प्रति सफाई कर्मी की सैलरी से लगभग दो हज़ार रुपये प्रतिमाह कटौती कर सफाई नायकों के हाथों वितरित करा देता है।
बहरहाल कोविड-19 की महाजंग में सराहनीय कार्य कर रहे सफाई कर्मियों की सैलरी पर ठेकेदारों व अधिकारियों द्वारा मिलकर डाका डालने की शिकायत जिलाधिकारी के दरबार मे की गई है और अब समय ही बताएगा कि गरीब सफाई कर्मियों को उनका हक मिलने के साथ ठेकेदार व सफाई इंस्पेक्टर पर क्या कार्यवाही होती है।
कोविड-19 योद्धाओं की सैलरी पर डाका – शिकायत करने पर नौकरी से निकालने की धमकी
