अम्बेडकरनगर: महामाया राजकीयए लोपैथिक मेडिकल कॉलेज ने पूरे जोन में टीबी नोटिफिकेशन में रिकार्ड बनाते हुए पहला स्थान हासिल किया है। प्रधानाचार्य प्रो. डॉ. आभास कुमार सिंह ने पूरी टीबी यूनिट टीम को बधाई दिया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के “End TB 2025” लक्ष्य को साकार करने की दिशा में राजकीय मेडिकल कॉलेज सद्दरपुर ने एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। टीबी नोटिफिकेशन में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए पूरे जोन में प्रथम स्थान प्राप्त कर संस्थान ने स्वास्थ्य सेवाओं में अपनी प्रतिबद्धता और श्रेष्ठता का प्रमाण दिया है। हाल ही में एस.एन. मेडिकल कॉलेज, आगरा में आयोजित स्टेट टीबी टास्क फोर्स की 50वीं बैठक में इस उपलब्धि की औपचारिक घोषणा की गई। इस कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश सरकार के उच्च शिक्षा मंत्री, माननीय योगेंद्र उपाध्याय मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। प्रदेशभर के 68 मेडिकल कॉलेजों के प्रतिनिधियों और चिकित्सा विशेषज्ञों की उपस्थिति में मुख्य चिकित्सा अधिकारी, आगरा डॉ. अरुण श्रीवास्तव और एस.एन. मेडिकल कॉलेज, आगरा के प्रधानाचार्य डॉ. प्रशांत गुप्ता ने भी इस सराहनीय उपलब्धि की प्रशंसा किया। इस ऐतिहासिक सफलता पर मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य प्रो. डॉ. आभास कुमार सिंह ने हर्ष व्यक्त करते हुए कहा, “यह उपलब्धि हमारे पूरे टीबी विभाग की मेहनत, मरीजों की त्वरित पहचान, सटीक उपचार और सतत जागरूकता प्रयासों का परिणाम है। यह हमारे लिए गर्व की बात है और हमें भविष्य में भी इसी समर्पण के साथ कार्य करने के लिए प्रेरित करती रहेगी।”
टीबी विभाग के अधीक्षक एवं विभागाध्यक्ष डॉ. मुकुल सक्सेना ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के नेतृत्व में देश में स्वास्थ्य सेवाओं में अभूतपूर्व सुधार किए जा रहे हैं। हमारे कॉलेज का टीबी विभाग रोगियों के बेहतर उपचार में अग्रणी भूमिका निभा रहा है। वर्ष 2018 से यहां ड्रग रेजिस्टेंट टीबी (DR-TB) वार्ड संचालित किया जा रहा है, जहां गंभीर मरीजों को अत्याधुनिक सुविधाओं के साथ उपचार दिया जाता है।”
उन्होंने यह भी बताया कि भारत सरकार टीबी मरीजों को निःशुल्क जांच, निःशुल्क उपचार एवं पोषण भत्ता प्रदान कर रही है। इसके अलावा, मेडिकल कॉलेज परिसर में तंबाकू मुक्ति केंद्र भी संचालित किया जा रहा है, जिससे टीबी उन्मूलन अभियान को और अधिक प्रभावी बनाया जा रहा है।
अंबेडकर नगर मेडिकल कॉलेज का यह कीर्तिमान न केवल जिले बल्कि पूरे प्रदेश के लिए गर्व का विषय है और यह “टीबी मुक्त भारत” के सपने को साकार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।