अम्बेडकरनगर: शासन के निर्देश पर सभी धार्मिक स्थलों को शर्तों के साथ सोमवार से खोल दिया गया है, लेकिन विश्व विख्यात हज़रत सैय्यद मखदूम अशरफ जहांगीर सिमनानी की दरगाह किछौछा की अगर आप जियारत करने के लिए जा रहे हों तो इस खबर को को अवश्य पढ़ लें।
शासन के निर्देश पर जिलाधिकारी राकेश कुमार मिश्र ने सभी धार्मिक स्थल सहित होटल, मॉल आदि को सोमवार से खोलने की अनुमति प्रदान कर दिया है, लेकिन किसी भी स्थान पर एक साथ पांच व्यक्तियों से अधिक पर पाबंदी लगा रखी है। हिन्दू मुस्लिम एकता का प्रतीक मानी जाने वाली ऐतिहासिक विश्व प्रसिद्ध दरगाह किछौछा को आगामी 30 जून तक श्राद्धालुओं के लिए बन्द कर दिया गया है।
दरगाह इंतेजामिया कमेटी के अध्यक्ष सैय्यद सेराज अशरफ ने भी पुष्टि करते हुए बताया कि दरगाह का मुख्य कपाट आगामी 30 जून तक श्रद्धालुओं के लिए बन्द रखा जाएगा। आपको बताते चलेंकि लॉकडाउन के प्रथम दिन से ही असताना दरगाह मखदूम अशरफ को श्रद्धालुओं के लिए पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। शासन के निर्देश पर स्थानीय प्रशासन ने धार्मिक स्थल को खोलने की अनुमति तो दे दी है लेकिन एक समय में मात्र पांच लोगों की बाध्यता का पालन कराना विश्व स्तरीय दरगाह पर असम्भव नज़र आ रहा है। रविवार को उप जिलाधिकारी अभिषेक पाठक व दरगाह से जुटे अन्य संगठनों द्वारा नगर पंचायत के सभागार में बैठक हुई थी, जिसमें दरगाह से जुटी अधिकांश संस्थाओं व स्थानीय लोगों ने फिलहाल पवित्र ऐतिहासिक धार्मिक स्थल दरगाह मखदूम अशरफ को 30 जून तक बंद रखने पर सहमति जताई थी।
बहरहाल विश्व विख्यात हजरत सैय्यद मखदूम अशरफ जहांगीर सिमनानी की दरगाह किछौछा पर अगर आप जियारत करने के लिए जा रहे हैं यो फिलहाल रुक जाए,क्योंकि आगमी 30 जून तक आस्ताना का मुख्य द्वारा बन्द कर दिया गया है।
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