अम्बेडकरनगर: लोरपुर ताजन के मोहल्ला हुसैनाबाद में रविवार की रात्रि इमाम बारगाह मीर तालिब हुसैन में मरहूमा अख्तरी बेगम की छमाही की मजलिस का आयोजन अरशी रिज़वी व कैफी रिज़वी की तरफ से किया गया आजमगढ़ से आए हुए मशहूर आलिमे दीन शिया धर्मगुरु मौलाना सैय्यद मोहम्मद मेहंदी ने मजलिस को संबोधित करते हुए कहा कि हज़रत इमाम हुसैन ने कर्बला में शहादत देकर पूरी दुनिया को इंसानियत का पैगाम दिया है यही वजह है कि पूरी दुनिया में समाज के सभी वर्गों के लोग उन्हें तहेदिल से याद करते है वही उन्होंने हज़रत इमाम हुसैन की जिन्दगी पर रोशनी डालते हुए कहा कि इमाम हुसैन हज़रत के नवासे और अली के बेटे थे अगर वे करबला की जंग में अपनी कुर्बानी न देते तो आज ना तो कोई इंसान इंसानियत को पहचान पाता और ना ही कुरान व इस्लाम बाकी रह जाता हजरत इमाम हुसैन ने अपनी और अपने साथियों की कुर्बानी देकर इंसानियत और कुरआन को बचाने का काम किया और पूरी कायनात को जालिम यजीद के ज़ुल्म से बचाने का काम किया आतंकवाद के लिए किसी धर्म और मजहब में कोई जगह नहीं है इस्लाम इत्तेहाद व भाईचारे का पैगाम देता है मजलिस के पूर्व अहलेबैत की शान में पेशख्वानी शज़र रिजवी निज़ाम अब्बास मोहम्मद हैदर (मोनू) ने किया वही सोज़ख्वानी नइय्यर हुसैन खां व हमनवा ने किया!