बरेली (रिपोर्ट:कुनाल आर्य सोना) जनपद में एक ऐसी ग्राम पंचायत भी है जहां भाजपा सरकार के बड़े बड़े वादे हवा-हवाई साबित हो रहे हैं कहने को तो डिजिटल इंडिया बनाने की बात होती है इस गांव की आबादी लगभग दो हजार के आसपास है बच्चों के पढ़ने के लिए स्कूल भी नहीं है मझगाँवा ब्लाक मुख्यालय से गांव गुडरिया खुर्द बिल्कुल सटा हुआ है फिर भी अपनी बेबसी के आंसू बहा रहा है गांव वालों से बात करने पर पता चला कि काफी समय से गांव वाले गांव में स्कूल व सरकारी अन्य भवन बनवाने के लिए एसडीएम डीएम और मुख्यमंत्री से भी शिकायत कर चुके हैं इसके अलावा क्षेत्रीय विधायक व पूर्व कैबिनेट मंत्री धर्मपाल सिंह से भी कई बार मिलकर बात कर चुके हैं लेकिन हर बार सिर्फ आश्वासन ही मिलता है ग्रामीणों में भारी आक्रोश है छोटे-छोटे बच्चों को पढ़ने के लिए दूसरे गावो मे जाना पडता है तमाम गांव बालों का कहना है गांव में ग्राम सभा की पर्याप्त जगह होने पर भी कोई सरकारी बिल्डिंग नहीं हाल ही में पंचायत घर का निर्माण गांव के मजरा में चल रहा है ग्रामीण चाहते हैं कि हमारे गांव में हो सभी ने एक ही सुर में कहा आने वाले 2022 के विधानसभा चुनाव में पूरा गांव चुनाव का बाहिष्कार करेगा गांव के कुछ लोगों ने बताया कि प्रधान भेदभाव के कारण गाँव में पंचायत घर भी नहीं बनबा रहा है आकाश पुरी मैकूलाल जीतेंद्र कश्यप शंकर पूरी विजय पूरी शिद्दत पूरी प्रेमपाल कश्यप नन्हे पूरी खेमपाल कश्यप प्रवीन पुरी आदि उपस्थित रहे।